शनि की साढ़ेसाती क्या है ,लक्षण और 10 उपाय

शनि की साढ़ेसाती क्या है ,लक्षण और 10 उपाय

शनि की साढ़ेसाती क्या है ,लक्षण और 10 उपाय
शनि की साढ़ेसाती क्या है ,लक्षण और 10 उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में 9 ग्रह होते हैं जो 12 भावों में बारी-बारी से विचरण करते हैं सनी को न्याय का ग्रह माना जाता है परंतु हर एक व्यक्ति शनि का नाम सुनकर डर जाता है यह एक गलत धारणा है कि सनी सब को परेशान करता है सनी कर्मों के हिसाब से फल देता है अगर मनुष्य का कर्म अच्छा होगा सनी उसे सुप्रभात देगा का कर्म बुरा होगा बुरा फल देगा सनी का हर क्षण ढाई साल का होता है पहले चरण में शनि जातक को मानसिक रूप से परेशान करता है |

शनि की साढ़ेसाती चरणों की होती है के आधार पर पता लगाता है कि व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती दशा चल रही है शनि की ढाई साल का होता है अर्थात सनी एक कुंडली के घर में ढाई साल तक शनि पहले चरण में को मानसिक तनाव और अचानक सर दर्द करता है सनी अपने सारे शादी के दूसरे चरण में आर्थिक रूप से परेशान करता है इस दौरान व्यक्ति को काम में असफलता धोखा और धन हानि होती है सनी अपने तीसरे और अंतिम चरण में नुकसान की भरपाई करता है दूसरे चरण में और पहले चरण में खोए हुए हर एक चीजों को धीरे-धीरे सुधारता है|

शनि की साढ़ेसाती के लक्षण-

ज्योतिष के अनुसार य को एक के बाद एक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है या प्रतिदिन कोई न कोई अप्रिय घटना घट रही है तो मनुष्य साढ़ेसाती से गुजर रहा है |

शनि की साढ़ेसाती के उपाय:

  1. शनिदेव कर्मों के अनुसार को फल देते हैं शनिवार के दिन लोहा उड़द का दाल काला तिल या दान करने से वह प्रसन्न होते हैं|
  2. शनिवार के दिन पीपल वृक्ष के नीचे मिलाएं और शनि स्त्रोत का पाठ करें|
  3. शनिवार के दिन जाकर के तेल में काला तिल और एक लोहे का किल मिलाकर दीपक जलाएं
  4. हनुमान जी का पूजा करें हनुमान चालीसा का पाठ करें
  5. शनिवार के दिन पशु और पक्षियों को चारा खिलाने से भी शनि का दो प्रभाव कम होता है
  6. प्रत्येक दिन यदि मजबूर और लाचार को अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करते हैं शनि प्रसन्न होते हैं
  7. प्रतिदिन सुबह में चिड़ियों को दाना और पानी दे
  8. शनिवार के दिन और शाम के भोजन निकाली नमक और का का प्रयोग करें
  9. मीठी रोटी पर तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं
  10. मांस मदिरा का सेवन करना छोड़ दें