सौरव विष्णु ने जमशेदपुर पूर्वी में राजनीतिक इतिहास बदलने का दावा: ठेलेवालों से लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं तक जनता को मिला नए बदलाव का वादा
जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय प्रत्याशी सौरव विष्णु ने क्षेत्र में जनहित को प्राथमिकता देते हुए भाजपा और कांग्रेस पर तीखे वार किए। उन्होंने ठेलेवालों को लाइसेंस देने से लेकर ट्रैफिक और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने के वादे किए, जो उनके चुनाव अभियान में नई ऊर्जा लेकर आया है।
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सौरव विष्णु ने जनहित को सर्वोपरि मानते हुए स्थानीय मुद्दों पर जोर दिया है, जिसने क्षेत्र की राजनीति में एक नई उमंग का संचार किया है। वर्षों से भाजपा और कांग्रेस के वर्चस्व वाले इस क्षेत्र में सौरव विष्णु का स्वतंत्र रूप से चुनाव मैदान में उतरना अपने आप में एक साहसी कदम है, जो न केवल जनता के लिए नई उम्मीदें जगाता है, बल्कि स्थापित राजनीतिक दलों के सामने एक गंभीर चुनौती पेश करता है। उनके चुनावी अभियान में स्पष्ट रूप से जनता की दैनिक समस्याओं और स्थानीय विकास को प्रमुखता दी गई है।
सौरव विष्णु ने अपनी रैली के दौरान जनता से संवाद करते हुए भाजपा और कांग्रेस की नीतियों पर कड़े सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दलों ने राजनीति में व्यक्तिगत और पारिवारिक हमलों का सहारा लिया है, जिससे जनता का ध्यान बुनियादी मुद्दों से हट गया है। उन्होंने कहा कि राजनीति को स्वार्थ और निजी हमलों से मुक्त करते हुए एक जिम्मेदार नेतृत्व की आवश्यकता है जो जनता के जीवन से जुड़े वास्तविक मुद्दों को उठाए।
जमशेदपुर की सड़कों पर ठेले और खेमचे वाले, जो रोजाना अपनी रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, सौरव विष्णु के चुनावी एजेंडे में प्राथमिकता पर हैं। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त होता है और वह विधायक चुने जाते हैं, तो वह जेएनएसी (जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति) द्वारा ठेलेवालों को परेशान करने की प्रक्रिया को समाप्त करेंगे। उन्होंने वादा किया कि जमशेदपुर में ठेलेवालों को वेंडर लाइसेंस प्रदान किए जाएंगे, जिससे वे बिना किसी परेशानी के रात के समय भी अपने ठेले लगा सकें। इससे ठेलेवालों की आजीविका को बढ़ावा मिलेगा और जनता को भी रात में खाना-पीना उपलब्ध रहेगा। यह कदम न केवल ठेलेवालों की समस्याओं का हल करेगा, बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भी सुधार लाएगा।
ट्रैफिक की समस्याओं पर बात करते हुए सौरव विष्णु ने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव की सख्त आवश्यकता है। मौजूदा स्थिति में ट्रैफिक नो-एंट्री का समय रात 10 बजे के बाद समाप्त हो जाता है, जिससे लोगों में असुरक्षा की भावना बनी रहती है। उन्होंने वादा किया कि ट्रैफिक नो-एंट्री समय को रात 11 बजे तक बढ़ाया जाएगा, जिससे सड़कों पर लोगों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।
सौरव विष्णु ने स्वास्थ्य सेवाओं पर भी ध्यान आकर्षित किया, जो क्षेत्र में एक प्रमुख मुद्दा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि एमजीएम अस्पताल, जो पूर्वी सिंहभूम के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का मुख्य केंद्र है, के पश्चिमी सिंहभूम में स्थानांतरित होने की अटकलें चल रही हैं। इससे पूर्वी सिंहभूम के निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सौरव विष्णु ने आश्वासन दिया कि यदि उन्हें जनता का आशीर्वाद प्राप्त होता है, तो वह बिरसानगर में एक नया अस्पताल खुलवाने की दिशा में कार्य करेंगे, जिससे क्षेत्र के लोगों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं पास में ही उपलब्ध हो सकें।
आखिर में, सौरव विष्णु ने दीपावली और धनतेरस की शुभकामनाएं देते हुए अपने समर्थन में जनता से अपील की। उनका वादा है कि वे क्षेत्र की समस्याओं को प्राथमिकता देंगे और उनके समाधान के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध हैं। उनके इस चुनावी अभियान से लोगों में एक नई उम्मीद का संचार हुआ है, और कई लोगों को उम्मीद है कि सौरव विष्णु का नेतृत्व क्षेत्र की राजनीति में एक नया अध्याय लिख सकता है।
What's Your Reaction?