जमशेदपुर पूर्वी में परिवारवाद और वंशवाद को जड़ से उखाड़ने का संकल्प, शिव शंकर सिंह ने दिया तीन दशकों का हिसाब मांगने का आह्वान
जमशेदपुर पूर्वी के प्रत्याशी शिव शंकर सिंह ने वंशवाद की राजनीति को समाप्त करने और स्थानीय मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए बड़ा अभियान शुरू किया है। उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं पर ध्यान दिलाते हुए पिछले 30 सालों के राजनीतिक योगदान पर जनता से सवाल करने का आग्रह किया है।
जमशेदपुर पूर्वी में आगामी विधानसभा चुनाव में परिवारवाद और वंशवाद के विरुद्ध एक नई आवाज उठाई गई है। यह आवाज है स्थानीय समाजसेवी और निर्दलीय प्रत्याशी शिव शंकर सिंह की, जो पिछले तीन दशकों से समाज सेवा में समर्पित रहे हैं और अब क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिए एक बड़े अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। बिरसानगर के विभिन्न इलाकों में मंगलवार को जनसंपर्क अभियान के दौरान उन्होंने जनता से पिछले 30 सालों के नेताओं से किए गए वादों का हिसाब मांगने का आग्रह किया।
शिव शंकर सिंह ने अपनी बात में कहा, "यह चुनाव जमशेदपुर के भविष्य का चुनाव है। टाटा नगरी ने देश और दुनिया में अपनी एक पहचान बनाई है, लेकिन स्थानीय जनता को वही सम्मान और स्वाभिमान नहीं मिला, जिसका वह हकदार है। इस चुनाव में हमारा प्रयास है कि जमशेदपुर पूर्वी के साढ़े तीन लाख लोग अपने हक की आवाज उठाएं और उन समस्याओं का समाधान करें, जो दशकों से नजरअंदाज होती आई हैं।"
शिव शंकर सिंह का जनसंपर्क अभियान, जहां उन्होंने व्यक्तिगत रूप से लोगों से मुलाकात की, वहां लोगों ने उनके इस संकल्प का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने क्षेत्रीय जनता को दीपावली और धनतेरस की शुभकामनाएं देते हुए यह संदेश दिया कि उनका चुनावी प्रयास कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि एक समर्पण है जो वे जमशेदपुर पूर्वी के बुजुर्गों के बेटे, युवाओं के भाई और साथी बनकर निभाना चाहते हैं।
शिव शंकर सिंह ने अपने अभियान में यह भी स्पष्ट किया कि क्षेत्र की जनता द्वारा दिया गया समर्थन उनके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने वादा किया कि वे क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं का निराकरण करेंगे, जिन्हें नेताओं द्वारा नज़रअंदाज किया गया है। इस संदर्भ में उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे 13 नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करके क्षेत्र को एक नई दिशा देने में मदद करें।
मजदूरों के मुद्दों पर आवाज़ उठाने का संकल्प:
शिव शंकर सिंह ने टाटा वर्कर्स यूनियन के नेताओं के निमंत्रण पर बिष्टुपुर के माइकल जॉन ऑडिटोरियम का दौरा किया, जहां पूर्व मजदूर नेता स्वर्गीय बी जी गोपाल की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री सतीश सिंह और डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह ने भी उपस्थित मजदूरों को उनके समर्थन की घोषणा की। मजदूरों के हितों की रक्षा को लेकर शिव शंकर सिंह ने एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा, "यह सवाल करने का समय आ गया है कि इतने वर्षों तक मजदूरों के मुद्दों पर चुप्पी क्यों साधी गई। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस बार मजदूरों की आवाज विधानसभा में जरूर गूंजे।"
शिव शंकर सिंह ने अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल चुनावी जीत नहीं है, बल्कि वह जमशेदपुर पूर्वी के लोगों की आवाज बनकर काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "यह लड़ाई व्यक्तिगत स्वार्थ की नहीं, बल्कि क्षेत्र के हर व्यक्ति के लिए सम्मान और स्वाभिमान की है।"
इस चुनावी अभियान में शिव शंकर सिंह का एकमात्र उद्देश्य क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करना और वंशवाद की राजनीति को जड़ से उखाड़ना है। वे मजदूरों के साथ अन्याय को समाप्त करने, युवाओं को रोजगार के अवसर देने और बुजुर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए वचनबद्ध हैं। जनसंपर्क में उनके साथ कुणाल, रवि, राहुल, और गुरुमान जैसे युवा भी शामिल हुए, जिन्होंने लोगों तक उनकी बात पहुंचाने में साथ दिया।
शिव शंकर सिंह की इस मुहिम ने न केवल लोगों में आशा जगाई है, बल्कि क्षेत्र की राजनीति में एक नई ऊर्जा का संचार किया है।
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