सरायकेला के विवेक सिंह हत्याकांड में बड़ी सफलता, दो कुख्यात अपराधी गिरफ्तार: आदित्यपुर पुलिस की बड़ी कामयाबी

सरायकेला के आदित्यपुर थाना पुलिस ने विवेक सिंह हत्याकांड में फरार चल रहे दो कुख्यात अपराधियों दीपू मिश्रा और राममणि कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से हथियार और जिंदा गोलियां भी बरामद की हैं।

Aug 22, 2024 - 17:24
Aug 22, 2024 - 17:25
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सरायकेला के विवेक सिंह हत्याकांड में बड़ी सफलता, दो कुख्यात अपराधी गिरफ्तार: आदित्यपुर पुलिस की बड़ी कामयाबी
सरायकेला के विवेक सिंह हत्याकांड में बड़ी सफलता, दो कुख्यात अपराधी गिरफ्तार: आदित्यपुर पुलिस की बड़ी कामयाबी

सरायकेला (झारखंड): सरायकेला जिले के आदित्यपुर थाना पुलिस ने 19 जून को हुए चर्चित विवेक सिंह हत्याकांड में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे दो कुख्यात अपराधियों दीपू मिश्रा और धर्मेंद्र कुमार उर्फ राममणि कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है। इन अपराधियों की गिरफ्तारी से पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में अहम कामयाबी पाई है।

पुलिस ने गिरफ्त में आए अपराधियों के पास से दो देशी पिस्तौल, 7.65 एमएम के 5 जिंदा कारतूस और 8 एमएम का एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया है। इन दोनों अपराधियों का ताल्लुक कुख्यात सागर लोहार गिरोह से है, जो झारखंड के विभिन्न हिस्सों में कई अपराधों को अंजाम देता रहा है।

हत्याकांड की पृष्ठभूमि और गिरफ्तारी की कहानी

19 जून को आदित्यपुर के कल्पनापुरी क्षेत्र में विवेक सिंह की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया था। पुलिस ने इस घटना के बाद सघन जांच अभियान चलाया था, जिसके तहत पहले ही पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था। हालांकि, दीपू मिश्रा और राममणि तब से फरार चल रहे थे और पुलिस की रडार पर थे।

आखिरकार, आदित्यपुर पुलिस ने अपने खुफिया नेटवर्क और लगातार जांच के आधार पर इन दोनों अपराधियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई ने इलाके में राहत की सांस दी है, क्योंकि दीपू मिश्रा और राममणि दोनों ही खतरनाक और शातिर अपराधी माने जाते हैं।

एसपी मुकेश कुमार लुनायत की प्रतिक्रिया

इस सफलता पर बोलते हुए, सरायकेला के एसपी मुकेश कुमार लुनायत ने बताया, "दीपू मिश्रा और धर्मेंद्र कुमार उर्फ राममणि ने विवेक सिंह हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। उनके पास से बरामद हथियार और गोलियां इस बात का सबूत हैं कि वे अपराध की तैयारी में थे। हमने उन्हें पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।"

दीपू मिश्रा का आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार अपराधी दीपू मिश्रा का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। वह पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है और उसकी संलिप्तता कई गंभीर अपराधों में पाई गई है। वह लंबे समय से पुलिस की वांटेड सूची में शामिल था और उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।

दीपू मिश्रा और राममणि दोनों ही सागर लोहार गिरोह के लिए काम करते थे, जो झारखंड में सक्रिय एक कुख्यात गिरोह है। यह गिरोह लूट, हत्या और अन्य संगीन अपराधों के लिए कुख्यात है। इस गिरोह के अन्य सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, और अब दीपू और राममणि की गिरफ्तारी से पुलिस को इस गिरोह पर पूरी तरह से शिकंजा कसने की उम्मीद है।

पुलिस अब इन गिरफ्तारियों के बाद सागर लोहार गिरोह के बाकी बचे सदस्यों की तलाश में जुटी है। विवेक सिंह हत्याकांड की जांच को और भी गहराई से किया जा रहा है ताकि इस मामले से जुड़े और भी सुराग मिल सकें। पुलिस का मानना है कि इस हत्याकांड के पीछे और भी कई लोग हो सकते हैं, जिनकी गिरफ्तारी जल्द ही की जाएगी।

स्थानीय जनता में राहत का माहौल

दीपू मिश्रा और राममणि की गिरफ्तारी से स्थानीय जनता में राहत का माहौल है। विवेक सिंह की हत्या के बाद से इलाके में डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ था, लेकिन अब पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से लोगों को भरोसा हो गया है कि कानून और सुरक्षा व्यवस्था सही दिशा में काम कर रही है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।