गालूडीह में भारत बंद का व्यापक असर: झामुमो समर्थकों ने कराया बाजार बंद, यातायात ठप
गालूडीह में 21 अगस्त को आयोजित भारत बंद के दौरान झामुमो समर्थकों ने बाजार बंद कराया और यातायात ठप किया। बंद का उद्देश्य सुप्रीम कोर्ट के क्रीमीलेयर फैसले का विरोध था, जिससे यात्री बेहद परेशान हुए।
बुधवार को गालूडीह में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के कार्यकर्ता सुबह से ही बाजार बंद कराने के लिए सड़कों पर उतर आए। बंद का असर ऐसा था कि सड़कों से लेकर गलियों तक हर जगह सन्नाटा पसरा रहा। सड़कों पर वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया था, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बाजार और यातायात पर बंद का असर
बंद के दौरान हाईवे पर बस, ऑटो और सवारी वाहनों का परिचालन बिल्कुल बंद हो गया था, जिसके चलते यात्रियों को बीच रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा। इस दौरान झामुमो समर्थकों ने दो बसों को रोक दिया, जिसमें यात्री गर्मी से परेशान थे। एक महिला, जो नवजात शिशु के साथ बस में सफर कर रही थी, गर्मी से बेहद असहज महसूस कर रही थी। बंद को देखते हुए कहीं कोई उपद्रव न हो, इसके लिए पुलिस ने जगह-जगह तैनाती कर रखी थी।
भारत बंद का कारण और समर्थन
इस बंद का आह्वान आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, भीम सेना और अन्य संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के क्रीमीलेयर पर दिए गए फैसले के विरोध में किया था। झामुमो ने भी इस बंद को समर्थन दिया था। सामाजिक संगठनों ने सुबह छह बजे से रात आठ बजे तक संपूर्ण भारत बंद का निर्णय लिया था, जिससे राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ।
झामुमो के नेता और कार्यकर्ता
इस बंद के दौरान गालूडीह में झामुमो के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष वकील हेंब्रम, मानस दास, समीर मदीना, मो. बकरुद्दीन, बादल किस्कु, बड़ा दुर्गा मुर्मू, छोटा दुर्गा मुर्मू, फूलचांद टुडू, शिपु शर्मा और दुलाराम हांसदा आदि ने बाजार बंद कराने और बंद के दौरान व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बुधवार को आयोजित इस भारत बंद का गालूडीह में व्यापक असर देखा गया, जहां झामुमो समर्थकों ने बाजार बंद कराकर और यातायात ठप कर अपना विरोध जताया। हालांकि, इस बंद के कारण यात्रियों को काफी परेशानी हुई, लेकिन पुलिस की तैनाती के चलते कहीं भी कोई बड़ा उपद्रव नहीं हुआ। बंद के समर्थन में उतरे संगठनों ने इसे सफल करार दिया है।
What's Your Reaction?