राकेश सिन्हा का राज्य सरकार पर बड़ा हमला, ईसाई मिशनरियों को ठहराया घुसपैठ और धर्मांतरण का जिम्मेदार
पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने झारखंड सरकार और ईसाई मिशनरियों पर घुसपैठ और धर्मांतरण का आरोप लगाया। जानें पूरी खबर।
जमशेदपुर: मंगलवार, 24 सितंबर 2024 को जमशेदपुर सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रचारक राकेश सिन्हा ने राज्य सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने झारखंड के संथाल परगना सहित अन्य हिस्सों में हो रही घुसपैठ और धर्मांतरण के लिए ईसाई मिशनरियों को जिम्मेदार ठहराया।
श्री सिन्हा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार आदिवासियों के जल-जंगल और जमीन पर हो रहे कब्जे के लिए दोषी है। उनका कहना था कि केंद्र सरकार घुसपैठ रोकने का काम करती है, लेकिन जब घुसपैठिये यहां के धार्मिक स्थलों और प्राकृतिक संसाधनों पर कब्जा करने लगते हैं, तो इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आगामी चुनावों में बांग्लादेशी घुसपैठ से भी बड़ा मुद्दा ईसाई मिशनरियों द्वारा आदिवासी समुदाय का बड़े पैमाने पर हो रहा धर्मांतरण होगा। सिन्हा ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बनवासी कल्याण केंद्र कभी भी धर्मांतरण का समर्थन नहीं करता। संघ हमेशा राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय एकता से प्रेरित समाज का निर्माण करने की वकालत करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झारखंड में परिवर्तन यात्रा की प्रशंसा करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि इससे झारखंड में बदलाव का रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने आदिवासी समुदाय की दुर्दशा के लिए हेमंत सोरेन सरकार को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया।
सिन्हा के अनुसार, झारखंड में हो रही घुसपैठ और धर्मांतरण की घटनाएं आने वाले चुनावों में महत्वपूर्ण मुद्दे बनेंगी। उनका कहना है कि राज्य में आदिवासियों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा को लेकर बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है, जिसे राज्य सरकार गंभीरता से नहीं ले रही।
इस बयान से राज्य की राजनीति में हड़कंप मच गया है। अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार और अन्य राजनीतिक दल इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।
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