बोड़ाम के ग्रामीणों ने 108 एम्बुलेंस की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन, जल्द हल न होने पर आंदोलन की चेतावनी
बोड़ाम प्रखंड के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य सेवाओं की खराब स्थिति के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने 108 एम्बुलेंस वाहन की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और जल्द मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
बोड़ाम के ग्रामीणों ने 108 एम्बुलेंस की व्यवस्था की मांग की
बोड़ाम प्रखंड के ग्रामीणों ने मंगलवार को स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के विरोध में बड़ा कदम उठाया। भाजपा नेता विमल बैठा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उपायुक्त अनन्य मित्तल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने लावजोड़ा पीएचसी के लिए 108 एम्बुलेंस वाहन की तुरंत व्यवस्था की मांग की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर बुधवार तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो वे आंदोलन करेंगे।
भाजपा नेता विमल बैठा ने बताया कि बोड़ाम प्रखंड के 12 पंचायतों में लगभग 85 हजार लोग रहते हैं। इसके बावजूद यहां स्वास्थ्य सेवाओं की हालत खराब है। लावजोड़ा पीएचसी में न तो चिकित्सक की नियुक्ति है और न ही एम्बुलेंस की सुविधा। ऐसे में, अगर किसी व्यक्ति की अचानक तबीयत बिगड़ती है, तो उसे किराए की गाड़ी से माचा सीएचसी या एमजीएम अस्पताल तक पहुंचाना पड़ता है। इससे समय और पैसा दोनों की बर्बादी होती है।
स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति
विमल बैठा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सरकार हर साल करोड़ों रुपये खर्च करती है। बावजूद इसके, बोड़ाम प्रखंड में एक भी एम्बुलेंस की सुविधा न होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द लावजोड़ा पीएचसी के लिए 108 एम्बुलेंस की मांग की।
सिविल सर्जन का आश्वासन
इस ज्ञापन के जवाब में, जिले के सिविल सर्जन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही बोड़ाम पीएचसी में चिकित्सक की नियुक्ति और एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाएगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में युधिष्ठिर सिंह, अजय कुमार महतो, कर्ण सिंह, विश्वनाथ मुदी, लाल मोहन मुर्मू, हरिपद मुदी, दुखु मुदी और भीम महतो शामिल थे। ग्रामीणों का कहना है कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
ग्रामीणों की इस मांग से यह साफ है कि क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की दिशा में तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।
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