Ranchi Crime: छिनतई की 16 घटनाओं को अंजाम देने वाले तीन अपराधी गिरफ्तार, जानिए इनके 'खास' ठिकाने
रांची में छिनतई की 16 घटनाओं को अंजाम देने वाले तीन अपराधी गिरफ्तार। जानें कैसे पुलिस ने किया खुलासा और क्या हैं सतर्क रहने के उपाय।
रांची, गिरफ्तारी: राजधानी रांची के विभिन्न थाना क्षेत्रों में छिनतई की 16 वारदातों को अंजाम देने वाले तीन शातिर अपराधियों को जगन्नाथपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनकी गिरफ्तारी साईं मंदिर जाने वाली सड़क पर कुट्टे के पास से हुई। पुलिस ने इनसे चोरी किए मोबाइल, नकदी और अन्य सामान बरामद किया है।
कैसे हुआ खुलासा?
जानकारी के अनुसार, पकड़े गए अपराधियों में बाबला अंसारी उर्फ फैसल (25 वर्ष), परवेज अंसारी (32 वर्ष) और इमरोज अंसारी (21 वर्ष) शामिल हैं। ये सभी पुंदाग ओपी क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस ने तलाशी के दौरान इनके पास से 15 एंड्रॉइड और तीन कीपैड मोबाइल, 13,200 रुपये नकद, तीन छिनतई के बैग, पहचान पत्र और वारदात में इस्तेमाल 200 सीसी पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की।
कौन हैं ये अपराधी?
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बाबला अंसारी:
इस अपराधी के खिलाफ रांची के कई थानों में कुल 15 केस दर्ज हैं।- धुर्वा थाना में 1 केस
- डोरंडा में 4 केस
- अरगोड़ा में 3 केस
- जगन्नाथपुर में 7 केस
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परवेज अंसारी:
परवेज के खिलाफ भी मांडर, डोरंडा और जगन्नाथपुर थाना में कुल 9 केस दर्ज हैं। -
इमरोज अंसारी:
इमरोज के खिलाफ जगन्नाथपुर थाना में 3 केस दर्ज हैं।
क्या था अपराध का तरीका?
अपराधी सड़क पर चलने वाली महिलाओं और युवतियों को निशाना बनाते थे। 8 जनवरी को पीएनबी बैंक के सामने एक ऑटो में सवार युवती का मोबाइल छीनने के दौरान वह ऑटो से गिरकर घायल हो गई थी। इसी तरह, 11 जनवरी को एनआईए मोड़ और 14 जनवरी को सेटेलाइट चौक पर स्कूटी सवार महिला से मोबाइल छीना गया।
पुलिस की कार्रवाई
इन घटनाओं के बाद डीआईजी और रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने सिटी एसपी के निर्देशन में एक एसआईटी का गठन किया। टीम ने अपराधियों की तलाश शुरू की और 17 जनवरी को तीनों को पकड़ने में सफलता हासिल की।
इतिहास और सबक
छिनतई की घटनाएं रांची जैसे शहरों में कोई नई बात नहीं हैं। पिछले कुछ वर्षों में बढ़ते शहरीकरण और बेरोजगारी ने युवाओं को अपराध की ओर धकेला है। लेकिन यह घटना बताती है कि अपराधी कितने संगठित हो सकते हैं और कैसे कानून का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीण क्षेत्रों से भी जुड़े हैं तार
पुलिस की जांच में सामने आया कि इन अपराधियों के तार रांची के अलावा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी जुड़े हुए हैं। अपराधियों ने जगन्नाथपुर, डोरंडा और अरगोड़ा इलाके को निशाना बनाया था।
कैसे बच सकते हैं ऐसी घटनाओं से?
- सतर्कता: सार्वजनिक स्थानों पर फोन इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें।
- सीसीटीवी की भूमिका: अपराधियों को पकड़ने में सीसीटीवी फुटेज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- मदद के लिए तुरंत कॉल करें: ऐसी किसी घटना के बाद तुरंत पुलिस को सूचित करें।
क्या कहती है पुलिस?
सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने कुल 16 वारदातों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पुलिस की ओर से इनकी संपत्तियों की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई जारी है।
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