Ranchi NIA Action: गैंगस्टर अमन साहू के भाई आकाश साहू पर एनआईए ने दायर किया आरोप पत्र, खनन पर हमला था अपराधी साजिश का हिस्सा!
झारखंड में तेतरियाखाड़ कोयला खदान हमले के मामले में गैंगस्टर अमन साहू के भाई आकाश साहू पर एनआईए ने आरोप पत्र दायर किया! जानें पूरी खबर।
रांची: झारखंड के लातेहार जिले में तेतरियाखाड़ कोयला खदान पर हुए हमले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में गैंगस्टर अमन साहू के छोटे भाई आकाश कुमार उर्फ आकाश साहू के खिलाफ नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) ने आरोप पत्र दायर किया है। फिलहाल आकाश साहू विभिन्न आपराधिक वारदातों में शामिल होने के कारण जेल में बंद है। यह हमला दिसंबर 2020 में हुआ था और इसका मुख्य उद्देश्य जबरन वसूली और कोलियरी के संचालन को बाधित करना था।
आकाश साहू का आपराधिक नेटवर्क और आपराधिक साजिश
एनआइए ने आकाश कुमार पर आरोप लगाया है कि वह अमन साहू और उसके गिरोह के वित्तीय केंद्र के रूप में काम कर रहा था। आकाश साहू का मुख्य कार्य था गिरोह द्वारा इकट्ठा किए गए अवैध धन को निवेश करना, और इसके लिए वह विभिन्न चैनलों के माध्यम से लेवी और जबरन वसूली का पैसा इकट्ठा करता था।
एनआइए ने अपनी जांच में यह पाया कि आकाश साहू ने शेल फर्मों और अन्य वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से वसूली की धनराशि का निवेश किया था। इसके अलावा, वह अमन साहू और उसके सहयोगियों की संपत्तियों में भी धन का निवेश करता था।
तेतरियाखाड़ खदान पर हमला: आपराधिक साजिश का हिस्सा
तेतरियाखाड़ कोयला खदान पर हमला दिसंबर 2020 में हुआ था और यह एक सुनियोजित आपराधिक साजिश का हिस्सा था, जिसे अमन साहू और उसके गिरोह के सदस्यों ने जबरन वसूली और कोलियरी संचालन को बाधित करने के उद्देश्य से अंजाम दिया था। इस हमले का मुख्य उद्देश्य खदान से वसूली का पैसा इकट्ठा करना और संचालन को रोकना था। एनआइए ने मामले की जांच मार्च 2021 में अपने हाथ में ली थी।
अमन साहू का आपराधिक इतिहास
अमन साहू का गिरोह झारखंड में कई जघन्य अपराधों में शामिल रहा है। इसमें बमबारी, गोलीबारी, आगजनी, और पुलिस अधिकारियों और जेल अधिकारियों पर गोलीबारी जैसे जघन्य अपराध शामिल हैं। एनआइए की जांच के अनुसार, अमन साहू गिरोह का मुख्य उद्देश्य था व्यापारियों और ठेकेदारों को आतंकित करना और सरकारी कामों के साथ-साथ कानून व्यवस्था को बाधित करना। यह गिरोह राज्य में रंगदारी/लेवी वसूली के लिए आतंक फैलाने में भी शामिल रहा है।
एनआइए की कार्रवाई और भविष्य की दिशा
एनआइए की कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि झारखंड में आपराधिक गिरोहों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। इस मामले में अब तक 26 आरोपियों के खिलाफ पांच आरोप पत्र दायर किए गए हैं, और एनआइए ने आकाश साहू और उसके गिरोह के खिलाफ कड़ी जांच और कानूनी कार्रवाई की योजना बनाई है।
एनआइए द्वारा दायर किए गए आरोप पत्र में आकाश साहू के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत आईपीसी की धारा 120-बी, 384, और यूए(पी) अधिनियम की धारा 13, 17, 18, 20, 21, 22 का हवाला दिया गया है। अब यह देखना होगा कि पुलिस और एनआइए मिलकर इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करते हैं और आखिरकार इस गिरोह का पर्दाफाश किस हद तक किया जा सकेगा।
समाज पर असर और संदेश
यह घटना झारखंड में आपराधिक गिरोहों के बढ़ते प्रभाव और उनके अवैध गतिविधियों में शामिल होने का एक और उदाहरण है। राज्य में अपराध और जबरन वसूली के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, और ऐसे गिरोह व्यापारियों, ठेकेदारों और सरकारी कामकाज को अपनी गिरफ्त में लेने का प्रयास करते हैं। एनआइए की जांच से यह संदेश मिलता है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले ऐसे गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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