Rahargora Celebration: होली मिलन में गूंजे फगुआ गीत, लिट्टी-चोखा संग मना रंगों का उत्सव!
राहरगोडा में श्री श्री चित्रगुप्त पूजा समिति द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह 2025 में फगुआ गीतों की धुन गूंजी, पारंपरिक लिट्टी-चोखा का आनंद लिया गया और समाज के गणमान्य लोग शामिल हुए। जानिए इस रंगीन शाम की पूरी कहानी!

राहरगोडा: होली के रंग, संगीत की धुन और पारंपरिक स्वाद के संग श्री श्री चित्रगुप्त पूजा समिति ने राहरगोडा पोस्ट ऑफिस के समीप गौतम लाल जी के हॉल में भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन किया। यह आयोजन 9 मार्च 2025 की शाम 6 बजे से शुरू हुआ, जिसमें रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया।
फगुआ गीतों से सजी शाम
कार्यक्रम की शुरुआत 6 सदस्यीय टीम द्वारा पेश किए गए पारंपरिक फगुआ गीतों से हुई। इन गीतों की मधुर धुनों ने माहौल को पूरी तरह होलीमय बना दिया। इस उत्सव को सफल बनाने के लिए अखिल भारतीय कायस्थ महासभा (पूर्वी सिंहभूम) के अध्यक्ष सुशील कुमार जी और ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (पूर्वी सिंहभूम) के अध्यक्ष मनोरंजन सिन्हा जी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कौन-कौन रहा शामिल?
पूजा समिति के वरिष्ठ एवं कर्मठ कार्यकर्ताओं ने इस आयोजन को यादगार बनाया। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में अशोक दास, गौतम लाल, उमेश श्रीवास्तव (वकील), राकेश श्रीवास्तव, देव शरण, रवि प्रकाश मेहता, प्रभात किरण लाल, रोशन कुमार, हर्ष मेहता, शिवम श्रीवास्तव और लक्की शरण का नाम प्रमुखता से शामिल रहा।
लिट्टी-चोखा संग समापन
कार्यक्रम का समापन भोज के साथ हुआ, जिसमें पारंपरिक लिट्टी-चोखा का आनंद लिया गया। स्वादिष्ट भोजन के साथ सभी ने होली के रंगों में सराबोर होकर भाईचारे और प्रेम के संदेश को आगे बढ़ाया।
होली मिलन का ऐतिहासिक महत्व
भारत में होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि आपसी सौहार्द और मेल-मिलाप का प्रतीक भी है। प्राचीन काल से ही कायस्थ समाज में होली मिलन समारोह की परंपरा रही है, जहां संगीत, नृत्य और पारंपरिक व्यंजन समाज को जोड़ने का कार्य करते हैं।
होली मिलन 2025: रंगों से सजी एक यादगार शाम!
इस तरह, श्री श्री चित्रगुप्त पूजा समिति द्वारा आयोजित यह होली मिलन समारोह न सिर्फ उल्लास से भरपूर रहा, बल्कि समाज में एकजुटता और आपसी प्रेम को भी बढ़ावा देने वाला साबित हुआ।
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