Palamu Accident : शादी समारोह के रास्ते में भीषण हादसा, दो की मौत, तीन गंभीर
पलामू के पांकी में भीषण सड़क हादसा! शादी में जा रहे थे युवक, रास्ते में तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराई, दो की मौत, तीन घायल। जानिए हादसे की पूरी कहानी।

पांकी (हादसा) : झारखंड के पलामू जिले के मेदिनीनगर-पांकी मुख्य मार्ग पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। सरैया गांव के पास एक तेज रफ्तार कार पेड़ से टकरा गई, जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह सभी लोग शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही मौत ने दस्तक दे दी।
कैसे हुआ भीषण सड़क हादसा?
हादसा शाम करीब छह बजे हुआ जब हुरलौंग गांव से बाराती बनकर निकले पांच युवक बलेनो कार से पांकी जा रहे थे। जैसे ही कार सरैया गांव के पास पहुंची, चालक ने नियंत्रण खो दिया और गाड़ी सीधे सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार कुछ लोग सड़क पर गिर गए।
मौके पर ही दो की मौत, तीन की हालत नाजुक
इस दर्दनाक घटना में हुरलौंग गांव के अवधेश भुइयां (22 वर्ष) और नंदेश भुइयां (25 वर्ष) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, कार चला रहे धर्मेंद्र कुमार और अन्य दो यात्री – राकेश भुइयां (23 वर्ष) व काशी भुइयां (30 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। कार चालक धर्मेंद्र नौडीहा गांव का रहने वाला है, जबकि राकेश और काशी हुरलौंग गांव के निवासी हैं।
स्थानीय लोग बने देवदूत, पुलिस ने संभाली स्थिति
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पांकी थाना पुलिस ने सभी घायलों को पांकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें मेदिनीनगर एमएमसीएच रेफर कर दिया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों को भी हादसे की सूचना दे दी गई है।
क्या थी हादसे की वजह?
इस घटना के पीछे तेज रफ्तार और चालक का वाहन पर नियंत्रण खो देना मुख्य वजह मानी जा रही है। सड़क पर कुछ गड्ढे होने की भी बात सामने आई है, जिससे कार असंतुलित हो गई और पेड़ से जा टकराई।
पलामू में सड़क हादसों का बढ़ता ग्राफ
पलामू जिले में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। तेज रफ्तार और खराब सड़कों के कारण अक्सर ऐसे दर्दनाक हादसे सामने आते हैं। कुछ महीने पहले भी इसी इलाके में एक बाइक दुर्घटना में दो लोगों की जान चली गई थी।
सवाल उठता है - कब मिलेगी इन हादसों से राहत?
हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं। सरकार सड़क सुरक्षा नियमों को लागू करने और सड़कों की मरम्मत का दावा तो करती है, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही है। क्या इन घटनाओं से कोई सबक लिया जाएगा या फिर ऐसी दर्दनाक खबरें यूं ही आती रहेंगी?
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