Nawada Alert: फोटो स्टेट और साइबर कैफे बंद, BPSC परीक्षा के दौरान सख्त निगरानी के निर्देश
BPSC 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा के चलते नवादा और हिसुआ में साइबर कैफे और इंटरनेट केंद्र सुबह 8 से दोपहर 3 बजे तक बंद रहेंगे। जानिए प्रशासन द्वारा लिए गए सख्त कदम।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा को पूरी तरह निष्पक्ष और कदाचारमुक्त बनाने के लिए नवादा प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। परीक्षा के दिन, 13 दिसंबर 2024 (शुक्रवार), को जिले के परीक्षा केंद्रों के आसपास फोटो स्टेट दुकानें, साइबर कैफे और इंटरनेट सुविधा देने वाले केंद्र सुबह 8:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक पूरी तरह बंद रहेंगे।
अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) अखिलेश कुमार ने यह आदेश जारी करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित करें कि इन केंद्रों पर किसी भी प्रकार की गतिविधि न हो।
BPSC परीक्षा: निष्पक्षता का इतिहास
बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं का इतिहास गौरवशाली और चुनौतीपूर्ण दोनों रहा है। लेकिन समय-समय पर कदाचार की घटनाओं ने इसकी विश्वसनीयता को प्रभावित किया। बिहार सरकार और BPSC ने इन परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाना इन्हीं प्रयासों का हिस्सा है।
परीक्षा केंद्रों के आसपास डिजिटल संसाधनों का दुरुपयोग रोकने के लिए यह कदम न केवल प्रशासनिक सख्ती का उदाहरण है, बल्कि यह छात्रों को समान अवसर प्रदान करने की दिशा में भी अहम है।
परीक्षा केंद्रों की विस्तृत जानकारी
13 दिसंबर को होने वाली यह परीक्षा नवादा जिले के 18 परीक्षा केंद्रों और हिसुआ प्रखंड के 4 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित होगी। कुल 22 केंद्रों पर परीक्षा एक ही पाली में होगी, जो दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक चलेगी।
प्रशासन का सख्त रुख: क्या है योजना?
एसडीएम अखिलेश कुमार ने संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि:
- फोटो स्टेट और साइबर कैफे बंद रहें: परीक्षा केंद्रों के आसपास सभी प्रकार के डिजिटल सेवाओं से जुड़े प्रतिष्ठानों को बंद रखा जाए।
- भ्रमणशील निगरानी: अधिकारी परीक्षा केंद्रों का दौरा करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि आदेश का पालन हो।
- कदाचार पर सख्त कार्रवाई: किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डिजिटल युग में परीक्षा सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण?
आज के डिजिटल युग में परीक्षाओं के दौरान साइबर कैफे और इंटरनेट सेवाओं का दुरुपयोग आम हो गया है।
- पेपर लीक और नकली उत्तर कुंजी जैसी घटनाएं अक्सर डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लेकर की जाती हैं।
- परीक्षा के दौरान इंटरनेट प्रतिबंध और साइबर कैफे बंद रखने से इन घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है।
- यह कदम परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
परीक्षा की तैयारी में मददगार कदम
BPSC जैसी बड़ी परीक्षाओं के दौरान प्रशासनिक सख्ती छात्रों के मनोबल को भी बढ़ाती है।
- निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा प्रणाली से छात्रों को अपनी मेहनत का सही फल मिलता है।
- यह कदम परीक्षा प्रणाली की साख को भी मजबूत करता है।
परीक्षा की तैयारी के टिप्स
परीक्षा से एक दिन पहले छात्र अपनी तैयारी को अंतिम रूप दें। ध्यान दें:
- समय पर सोएं और सुबह उठकर रिवीजन करें।
- परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुंचें।
- अपने एडमिट कार्ड और पहचान पत्र साथ ले जाना न भूलें।
- आत्मविश्वास बनाए रखें और सकारात्मक सोचें।
क्या होगा बदलाव?
इस तरह के सख्त कदम छात्रों और उनके अभिभावकों के मन में भरोसा पैदा करते हैं कि परीक्षा सामान्य, निष्पक्ष और पारदर्शी होगी। इससे छात्रों को बिना किसी दबाव के अपनी काबिलियत साबित करने का मौका मिलता है।
नवादा प्रशासन का यह आदेश न केवल परीक्षा प्रणाली की शुचिता बनाए रखने के लिए है, बल्कि यह भविष्य की परीक्षाओं के लिए एक आदर्श भी स्थापित करता है। BPSC की 70वीं परीक्षा के इस सख्त निगरानी तंत्र से यह उम्मीद है कि परीक्षार्थियों को निष्पक्षता का एक सुरक्षित माहौल मिलेगा।
आपका क्या कहना है? क्या डिजिटल युग में इस तरह के प्रतिबंध परीक्षाओं को बेहतर बना सकते हैं? अपनी राय हमारे साथ साझा करें।
What's Your Reaction?