Nawada Impact: योजनाओं ने बदले जीवन, उद्यमियों ने दिखाई सफलता की राह
नवादा में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभार्थियों को आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन दिया गया। जानिए कैसे योजनाओं ने बदला लोगों का जीवन और बढ़ावा दिया उद्यमिता को।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और बिहार लघु उद्यमी योजना ने नवादा के लोगों के जीवन में एक नई रोशनी दी है। जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश की अध्यक्षता में इन योजनाओं के तहत लाभार्थियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम ने न केवल स्थानीय लोगों को सशक्त बनाया, बल्कि राज्य सरकार की योजनाओं की सफलता की कहानी भी लिखी।
क्या है मुख्यमंत्री उद्यमी योजना?
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना बिहार सरकार की एक क्रांतिकारी पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य के युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना और वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
- लॉन्च का उद्देश्य: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करना।
- वित्तीय सहायता: 10 लाख तक का अनुदान जिसमें 50% सब्सिडी और शेष राशि ब्याज मुक्त ऋण के रूप में दी जाती है।
- प्रशिक्षण और प्रोत्साहन: उद्यमियों को प्रशिक्षण देकर उनकी व्यवसायिक क्षमता को निखारना।
कार्यक्रम में क्या हुआ खास?
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत पांच लाभार्थियों को दो-दो लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया। इन लाभार्थियों में ज्योति कुमारी, कुसुम शर्मा, मोहम्मद अंसारी, सूरज कुमार और गोपाल कुमार शामिल थे।
इसके साथ ही, लघु उद्यमी योजना के तहत सुधांशु शेखर, तुलसी प्रसाद, सुशीला देवी, निर्मला देवी और राकेश कुमार को भी वित्तीय सहायता प्रदान की गई।
जिला पदाधिकारी ने सफल उद्यमियों को प्रशस्ति पत्र देकर उनकी मेहनत और लगन की सराहना की। इन उद्यमियों में रितेश कुमार, सन्तु कुमार, सरवर अली और गुलशन कुमार का नाम प्रमुख है।
लाभार्थियों की जुबानी: योजनाओं ने बदला जीवन
कार्यक्रम के दौरान जिला पदाधिकारी ने लाभार्थियों से फीडबैक लिया। लाभार्थियों ने बताया कि इन योजनाओं के तहत उन्हें आर्थिक सहायता के साथ-साथ समाज में एक नई पहचान भी मिली।
- ज्योति कुमारी ने कहा, “इस योजना ने मुझे अपने सपनों को साकार करने का मौका दिया। मैं अब एक सफल उद्यमी हूं।”
- मोहम्मद अंसारी ने कहा, “योजना के माध्यम से मिला प्रशिक्षण और आर्थिक मदद ने मेरे व्यापार को नई दिशा दी है।”
- अन्य लाभार्थियों ने भी बताया कि इन योजनाओं ने उनके जीवन को सकारात्मक बदलावों से भर दिया है।
इतिहास: बिहार में उद्यमिता का सफर
बिहार हमेशा से एक कृषि प्रधान राज्य के रूप में जाना जाता रहा है। लेकिन उद्यमिता के क्षेत्र में यह पिछड़ा हुआ था।
- 2016 में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की शुरुआत के साथ, इस क्षेत्र में बदलाव की शुरुआत हुई।
- महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया गया।
- राज्य सरकार ने न केवल आर्थिक सहायता दी बल्कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें व्यावसायिक कौशल भी सिखाया।
उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन का प्रयास
जिला उद्योग केंद्र, नवादा के महाप्रबंधक श्री अमित विक्रम भारद्वाज ने कहा कि यह योजना न केवल आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम है, बल्कि यह राज्य के विकास में भी योगदान कर रही है।
- प्रशिक्षण कार्यक्रमों से उद्यमियों को व्यवसाय की बारीकियां सिखाई जाती हैं।
- योजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है ताकि लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचे।
कैसे बढ़ेगा रोजगार?
इन योजनाओं का उद्देश्य सिर्फ व्यक्तिगत विकास तक सीमित नहीं है।
- नए व्यापार: लाभार्थी नए व्यवसाय शुरू कर रहे हैं, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
- महिलाओं का सशक्तिकरण: महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए यह योजना मील का पत्थर साबित हो रही है।
- स्थानीय उद्योग का विकास: छोटे और मध्यम उद्यमों को बढ़ावा मिल रहा है।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और बिहार लघु उद्यमी योजना ने नवादा के लोगों के जीवन को एक नई दिशा दी है।
यह न केवल लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रही है, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास में भी योगदान दे रही है। इस तरह की योजनाएं बिहार को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभा रही हैं।
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