Mango Negligence: आधे घंटे में दो चालान, ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही से मचा हड़कंप!
मानगो ट्रैफिक पुलिस की बड़ी लापरवाही! आधे घंटे में एक ही गाड़ी का दो बार चालान, पहले 1000 रुपये और फिर 25,000 रुपये की वसूली! एसएसपी ने लिया बड़ा एक्शन, पढ़ें पूरी खबर।

जमशेदपुर: मानगो ट्रैफिक पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिससे पूरे शहर में हड़कंप मच गया। शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे शास्त्रीनगर निवासी सईक कलाम की गाड़ी (JH05BN-7332) का मात्र आधे घंटे में दो बार चालान काट दिया गया।
पहले चालान में एएसआई अनिरुद्ध प्रसाद ने बिना हेलमेट चलाने का आरोप लगाकर 1000 रुपये वसूले, लेकिन कुछ ही देर बाद मानगो ट्रैफिक प्रभारी ने उसी गाड़ी पर नाबालिग के वाहन चलाने का हवाला देकर 25 हजार रुपये का दूसरा चालान ठोक दिया।
पुलिसकर्मियों में बहस, एसएसपी ने लिया एक्शन!
जब गाड़ी मालिक ने इस बिना तर्क वाली दोहरी कार्रवाई पर विरोध जताया, तो दोनों पुलिसकर्मियों के बीच बहस शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ा कि सूचना जमशेदपुर के एसएसपी किशोर कौशल तक पहुंची।
एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एएसआई अनिरुद्ध प्रसाद को सस्पेंड कर दिया और इस दोहरे चालान की जांच के आदेश दे दिए।
कैसे हुआ दो बार चालान? जानिए पूरा मामला
शुक्रवार को सईक कलाम अपनी गाड़ी से मानगो की ओर जा रहे थे। ईशु भवन के पास ट्रैफिक एएसआई अनिरुद्ध प्रसाद ने उन्हें रोका और बिना हेलमेट होने का हवाला देकर 1000 रुपये का चालान काट दिया।
इसके कुछ ही मिनटों बाद मानगो ट्रैफिक प्रभारी वहां पहुंचे और गाड़ी पर बैठे एक नाबालिग की फोटो खींची। इसके बाद उन्होंने उसी गाड़ी पर 25 हजार रुपये का चालान जारी कर दिया।
विधायक प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे, ट्रैफिक पुलिस पर उठाए सवाल
घटना की जानकारी मिलते ही जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक प्रतिनिधि पप्पू सिंह मौके पर पहुंचे।
उन्होंने कहा, "ट्रैफिक पुलिस की यह लापरवाही बेहद गंभीर है। पहले उन्हीं के निर्देश पर 1000 रुपये का चालान काटा गया और फिर कुछ ही मिनटों में 25 हजार रुपये का एक और चालान जारी कर दिया गया।"
उन्होंने एसएसपी से मानगो ट्रैफिक प्रभारी की कार्यशैली की जांच की मांग की है।
तकनीकी त्रुटि या हेराफेरी? चालान की तारीख में गड़बड़ी
इस दोहरी कार्रवाई में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई।
गाड़ी मालिक ने जब चालान की जांच की, तो पाया कि पहले चालान की तिथि 21 मार्च 2024 दर्ज थी, जबकि घटना 21 मार्च 2025 की है।
जब इस गड़बड़ी पर सवाल उठाए गए, तो पुलिस ने इसे "तकनीकी त्रुटि" करार दिया। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह वाकई गलती थी या फिर ट्रैफिक पुलिस की एक और लापरवाही?
क्या ट्रैफिक पुलिस की मनमानी पर लगेगी लगाम?
यह कोई पहली बार नहीं है जब मानगो ट्रैफिक पुलिस पर सवाल उठे हैं।
- कई बार बिना किसी ठोस कारण के वाहन चालकों को परेशान किया जाता है।
- चालान काटने में पारदर्शिता की कमी देखी गई है।
- तकनीकी त्रुटियों के नाम पर मनमानी वसूली की घटनाएं बढ़ रही हैं।
इतिहास से सबक: क्या ट्रैफिक पुलिस बदलेगी अपनी कार्यशैली?
अगर इतिहास पर नजर डालें, तो झारखंड के कई शहरों में ट्रैफिक पुलिस की मनमानी के खिलाफ पहले भी विरोध हो चुका है।
2019 में रांची में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जहां एक बाइक सवार को बिना किसी गलती के भारी चालान भरना पड़ा था।
इसके बावजूद, क्या प्रशासन अब कोई ठोस कदम उठाएगा या फिर यह मामला भी अन्य केसों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
वाहन चालकों के लिए चेतावनी! ऐसे मामलों से बचने के लिए क्या करें?
अगर आप भी ऐसी स्थिति में फंस जाते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- हर चालान की रसीद को तुरंत जांचें और तिथि, समय सही है या नहीं, यह सुनिश्चित करें।
- अगर कोई चालान गलत तरीके से काटा जाता है, तो तुरंत उच्च अधिकारियों से शिकायत करें।
- वाहन से संबंधित सभी दस्तावेज हमेशा अपने पास रखें।
- अगर ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ शिकायत करनी हो, तो नजदीकी पुलिस स्टेशन या ट्रैफिक कंट्रोल रूम से संपर्क करें।
अब क्या होगा? जांच से क्या निकलकर आएगा?
अब जब एसएसपी ने जांच के आदेश दिए हैं, तो देखना होगा कि क्या मानगो ट्रैफिक पुलिस की इस मनमानी पर कोई सख्त कार्रवाई होगी या फिर यह मामला भी अन्य विवादों की तरह धीरे-धीरे दब जाएगा।
ट्रैफिक नियमों को लागू करना जरूरी, लेकिन क्या पुलिस खुद नियमों का पालन कर रही है?
यह घटना यह भी दिखाती है कि ट्रैफिक पुलिस आम नागरिकों पर तो सख्ती बरतती है, लेकिन खुद नियमों की धज्जियां उड़ाती है।
अब देखना यह होगा कि इस दोहरे चालान के पीछे की सच्चाई क्या है और क्या पुलिस प्रशासन इसमें सुधार करेगा या फिर यह लापरवाही आगे भी जारी रहेगी।
What's Your Reaction?






