Palamu Accident: रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश में युवक की दर्दनाक मौत, रात 2:45 बजे हुआ हादसा!
पलामू के रेड़मा ओवरब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान 20 वर्षीय युवक की मालगाड़ी से टकराकर दर्दनाक मौत! 108 एंबुलेंस फिर लेट, रेलवे प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल। पूरी खबर पढ़ें!

पलामू: पलामू जिले के रेड़मा ओवरब्रिज के नीचे शुक्रवार की रात एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब बाइक सवार युवक मालगाड़ी से टकरा गया। इस भीषण टक्कर में 20 वर्षीय कंचन कुमार राज की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना रात करीब 2:45 बजे की बताई जा रही है।
रेलवे ट्रैक पार करना पड़ा भारी, मौके पर ही मौत!
जानकारी के अनुसार, मुगलसराय से बरवाडीह की ओर जा रही मालगाड़ी के गुजरने के दौरान युवक बाइक से रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन जैसे ही वह पोल संख्या 286/6 के पास पहुंचा, उसकी बाइक सीधे मालगाड़ी से जा टकराई।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि युवक के सिर पर गहरी चोट लगी और वह ट्रैक पर गिर पड़ा। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची। इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने टेंपो की मदद से युवक को एमएमसीएच (मेदिनीनगर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कैसे हुआ हादसा? क्या कर रहा था युवक इतनी रात को रेलवे ट्रैक पर?
यह सवाल उठ रहा है कि आधी रात के बाद युवक रेलवे ट्रैक पर क्या कर रहा था? स्थानीय लोगों के मुताबिक, ओवरब्रिज के नीचे से रेलवे ट्रैक पार करने का कोई रास्ता नहीं है, फिर भी युवक वहां कैसे पहुंचा?
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि दो ट्रैक के बीच युवक की बाइक बुरी तरह फंस गई थी और पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। बाइक नंबर JH 03 H 8691 के आधार पर युवक की पहचान हुई। मृतक जीएलए कॉलेज के पास का रहने वाला था।
रेलवे क्रॉसिंग पर हादसों का बढ़ता खतरा!
रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई बार लोग जल्दबाजी में ट्रेन की गति का अंदाजा नहीं लगा पाते और इसी चक्कर में अपनी जान गंवा बैठते हैं। पलामू के इस इलाके में पहले भी ऐसे कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन सुरक्षा उपायों पर अब तक कोई खास ध्यान नहीं दिया गया है।
108 एंबुलेंस फिर लेट, कब सुधरेगी व्यवस्था?
इस हादसे में 108 एंबुलेंस की देरी ने एक बार फिर सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर एंबुलेंस समय पर पहुंच जाती, तो शायद युवक की जान बचाई जा सकती थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पलामू में इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज की स्थिति दयनीय है। कई बार गंभीर हादसों में भी एम्बुलेंस देरी से पहुंचती है, जिससे घायलों की जान बचाना मुश्किल हो जाता है।
रेलवे प्रशासन और स्थानीय लोगों की क्या है प्रतिक्रिया?
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान हुई लापरवाही का मामला है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ओवरब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक को पार करने का कोई वैध रास्ता नहीं है।
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। कई बार लोग मजबूरी में रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश करते हैं, जिससे ऐसे हादसे होते हैं।
क्या था युवक का मकसद? हादसे से जुड़े अनसुलझे सवाल!
अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवक इतनी रात को रेलवे ट्रैक पर क्यों था? क्या वह किसी काम से जा रहा था, या फिर यह कोई दुस्साहसिक कदम था? पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।
क्या इस हादसे के बाद बदलेगी सुरक्षा व्यवस्था?
इस घटना के बाद यह सवाल उठता है कि रेलवे ट्रैक पार करने के नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा या नहीं। प्रशासन को इस तरह के हादसों से सबक लेकर सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की जरूरत है।
युवक के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल!
कंचन कुमार राज की मौत के बाद उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का कहना है कि अगर समय पर इलाज मिल जाता, तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
क्या रेलवे प्रशासन उठाएगा ठोस कदम?
अब देखना यह होगा कि रेलवे प्रशासन और स्थानीय प्रशासन इस घटना से कोई सबक लेता है या नहीं। क्या रेलवे ट्रैक पार करने की लापरवाही पर कोई कड़ा कदम उठाया जाएगा, या फिर ऐसे हादसे लगातार होते रहेंगे?
What's Your Reaction?






