Kolhan Child Injured: तेज रफ्तार हाइवा ने बच्चे को मारी टक्कर,समाजसेवी ने बचाई जान
कोल्हान के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में हाइवा की चपेट में आए बच्चे की जान बचाने के लिए समाजसेवी विपिन सिंकु ने की तत्परता से मदद। पढ़ें पूरी कहानी।
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11 दिसंबर 2024: कोल्हान के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। कोलाइसाई में एक तेज रफ्तार हाइवा ने 9 वर्षीय बच्चे को धक्का मार दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा उस समय हुआ जब बच्चा सुबह 9 बजे स्कूल जाने के लिए घर से निकला था। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन उनके बीच एक ही नाम चर्चा में था – समाजसेवी विपिन सिंकु।
चाईबासा में अपनी दिनचर्या में व्यस्त विपिन सिंकु को घटना की जानकारी फोन के जरिए मिली। स्थानीय लोग उनकी तत्परता से मदद की उम्मीद कर रहे थे। तुरंत ही विपिन सिंकु ने कामगार कांग्रेस के जिला जनरल सेक्रेटरी शाहरुख अली को फोन किया, जिन्होंने बिना समय गंवाए अपनी निजी गाड़ी में सवार होकर घटनास्थल पर पहुंचे।
घायल बच्चे को जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। डॉक्टर बज्रमोहन हेस्सा ने तुरंत बच्चे का इलाज शुरू किया। डॉक्टर के मुताबिक, बच्चे के दोनों हाथ टूट गए थे और सिर पर गंभीर चोट लगी थी। बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टर ने 108 एम्बुलेंस को कॉल किया और उसे चाईबासा रेफर कर दिया। परिवारवालों को भी इस बारे में सूचित किया गया, जिससे उनकी चिंताएं कुछ कम हुईं।
घायल बच्चे के परिजनों ने बताया कि उनके बच्चे का नाम लुकना सिंकु है और वे उलीहातु बड़ामुहुलडिया के निवासी हैं। इस तरह की घटनाएं कोल्हान क्षेत्र में दुर्भाग्यपूर्ण होती हैं, लेकिन इस बार समाजसेवी विपिन सिंकु और कामगार कांग्रेस के नेताओं ने मिलकर साबित किया कि मानवता आज भी जिंदा है।
कोल्हान क्षेत्र का इतिहास संघर्ष और एकजुटता का प्रतीक है। यहाँ के लोग हमेशा एक-दूसरे की मदद के लिए तैयार रहते हैं, चाहे वह आपदा हो या कोई दुर्घटना। यह घटना भी इस तथ्य को रेखांकित करती है कि समाज की सुरक्षा में केवल सरकारी प्रयास ही नहीं बल्कि समाजसेवियों और समुदाय के सहयोग से ही सच्ची सुरक्षा संभव है।
घटनास्थल पर कामगार कांग्रेस प्रखंड उपाध्यक्ष सरफराज आलम और जिंतुगढ़ा मुंडा सोमनाथ सिंकु जैसे लोगों ने भी मदद की और घायल को अस्पताल तक पहुंचाने में योगदान दिया। इस तरह के उदाहरण समाज में विश्वास और एकता की भावना को मजबूत करते हैं।
हर व्यक्ति को यह समझना होगा कि सड़क पर चलने और वाहन चलाने के नियमों का पालन कितना जरूरी है। दुर्घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है। समाजसेवियों की तत्परता और लोगों की एकता ही इन कठिन घड़ियों में उम्मीद का एकमात्र दीपक है।
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