झारखंड की सियासत में 'नारी शक्ति' का उभार: मंईयां सम्मान बनाम गोगो दीदी

झारखंड में विधानसभा चुनाव के पूर्व महिला सम्मान पर जोर दे रहे हैं राजनीतिक दल। जानिए सीएम मंईयां सम्मान, भाजपा गोगो दीदी और झामुमो सम्मान योजनाओं की पूरी जानकारी।

Oct 14, 2024 - 13:59
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झारखंड की सियासत में 'नारी शक्ति' का उभार: मंईयां सम्मान बनाम गोगो दीदी
झारखंड की सियासत में 'नारी शक्ति' का उभार: मंईयां सम्मान बनाम गोगो दीदी

रांची, 14 अक्टूबर 2024: झारखंड की सियासत में इस समय महिलाओं का मुद्दा सबसे ज्यादा चर्चित है। महिलाओं के मान और सम्मान की चिंता सियासी स्तर पर बढ़ गई है। विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो सकती है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल महिला वोटर्स का भरोसा जीतने में लगे हैं।

राज्य सरकार ने अगस्त 2024 से 'सीएम मंईयां सम्मान योजना' शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना के तहत 18 वर्ष से 50 वर्ष की महिलाओं को हर महीने 1000 रुपए दिए जाएंगे। सरकार का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर उनके जीवन स्तर को सुधारना है।

इस योजना का जवाब भाजपा ने 'गोगो दीदी सम्मान योजना' के तहत दिया है। भाजपा का दावा है कि इस योजना के माध्यम से वे हर महीने सभी महिलाओं और बेटियों को 2100 रुपए देने का आश्वासन दे रही हैं। भाजपा के नेता कहते हैं कि यह योजना महिलाओं की सुरक्षा और उनके आर्थिक उत्थान के लिए आवश्यक है।

सत्तारूढ़ झामुमो ने भी 'जेएमएम सम्मान योजना' लाने की घोषणा की है। झामुमो का वादा है कि महिलाओं को हर साल 30,000 रुपए दिए जाएंगे। हालांकि, इस योजना को लागू करने के लिए झामुमो को निर्वाचन आयोग से अनुमति का इंतजार है।

इस प्रकार, सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से महिलाओं की जरूरतों पर ध्यान दे रहे हैं। यह स्पष्ट है कि चुनावी रणनीति में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती जा रही है। महिलाओं के मुद्दों पर ध्यान देकर पार्टियां अपनी स्थिति मजबूत करने का प्रयास कर रही हैं।

महिलाओं के मान-सम्मान के लिए यह योजनाएं महत्वपूर्ण हैं। इससे न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि समाज में उनके प्रति सम्मान और समानता का भाव भी बढ़ेगा। आगे के चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन-सी योजना वास्तव में महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित होती है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।