Jharkhand Minister in Medininagar: अस्पताल में गंदगी देख भड़के मंत्री, वित्त मंत्री ने लिया कड़ा एक्शन

झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण किया और गंदगी और ड्यूटी से गायब डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया। जानें पूरी घटना की जानकारी।

Dec 28, 2024 - 14:23
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Jharkhand Minister in Medininagar: अस्पताल में गंदगी देख भड़के मंत्री, वित्त मंत्री ने लिया कड़ा एक्शन
Jharkhand Minister in Medininagar: अस्पताल में गंदगी देख भड़के मंत्री, वित्त मंत्री ने लिया कड़ा एक्शन

मेदिनीनगर:झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर शनिवार को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान मंत्री ने अस्पताल की कई खामियों को देखा, जिनमें से सबसे बड़ी खामी थी अस्पताल में गंदगी और चिकित्सा कर्मचारियों की अनुपस्थिति।

गंदगी से परेशान हुए मंत्री

मंत्री राधाकृष्ण किशोर अस्पताल के अंदर दाखिल होते ही अस्पताल की साफ-सफाई की स्थिति देखकर हैरान रह गए। अस्पताल के विभिन्न वार्डों और क्षेत्रों में गंदगी फैली हुई थी, जो स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती थी। मंत्री ने अस्पताल के सफाई व्यवस्था को लेकर सख्त नाराजगी जताई और अस्पताल अधीक्षक डॉ. संजय कुमार को तुरंत बुलाया।

मंत्री ने डॉ. संजय कुमार से अस्पताल की साफ-सफाई में सुधार करने का आदेश दिया और कहा कि अगर अस्पताल के अंदर सफाई नहीं होती है तो इसे सहन नहीं किया जाएगा। मंत्री का कहना था कि जनता की स्वास्थ्य सेवा में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और अस्पतालों में मरीजों को एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए।

डॉक्टरों की ड्यूटी में लापरवाही

इसी दौरान मंत्री ने अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी में लापरवाही भी देखी। निरीक्षण के दौरान कई डॉक्टर अपने ड्यूटी पर अनुपस्थित पाए गए। यह देख मंत्री और भी नाराज हो गए और उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

मंत्री ने कहा, "यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि अस्पताल में डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब रहें, जबकि मरीजों को इलाज की जरूरत है।" उन्होंने डॉ. संजय कुमार से कहा कि वह ड्यूटी से नदारद डॉक्टरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें और सुनिश्चित करें कि सभी डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर समय पर उपस्थित रहें।

आदर्श अस्पताल का खाका

इस निरीक्षण के बाद मंत्री ने अस्पताल के कर्मचारियों से यह सुनिश्चित करने की बात की कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने अस्पताल को आदर्श बनाने के लिए एक सख्त दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता जताई। साथ ही, उन्होंने अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं के सभी पहलुओं का ध्यान रखने के लिए प्रबंधन को दिशा-निर्देश दिए।

यह पहला मौका नहीं था जब मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने स्वास्थ्य सेवाओं पर अपनी चिंता जताई है। इससे पहले भी उन्होंने राज्य के विभिन्न अस्पतालों का निरीक्षण किया था और अस्पतालों में सुधार के लिए कई अहम सुझाव दिए थे।

क्यों हो रही हैं ये समस्याएं?

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल जैसे प्रमुख अस्पतालों में इस प्रकार की समस्याओं का होना एक गंभीर मुद्दा है। राज्य में स्वास्थ्य सेवा के बेहतर स्तर के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में गंदगी और ड्यूटी से गायब कर्मचारियों के मामले इसे चुनौतीपूर्ण बना रहे हैं। इस मामले में सुधार के लिए सरकार की ओर से कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत है।

मंत्री ने अपने निरीक्षण में साफ कर दिया कि अब ऐसी लापरवाहियों को नहीं सहा जाएगा और राज्य सरकार हर अस्पताल में एक साफ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

क्या यह कार्रवाई असरदार साबित होगी?

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने इस घटना के बाद यह उम्मीद जताई है कि अस्पतालों में इस प्रकार की लापरवाही नहीं होगी। हालांकि, यह सवाल उठता है कि क्या भविष्य में इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति नहीं होगी। स्थानीय जनता और अस्पताल के मरीज इस घटना के बाद उम्मीद कर रहे हैं कि मंत्री की सख्त कार्रवाई से अस्पतालों में सुधार होगा और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।

मंत्री राधाकृष्ण किशोर का यह कदम एक उदाहरण है कि कैसे सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। हालांकि, अस्पतालों में सफाई और ड्यूटी से अनुपस्थित डॉक्टरों की समस्या पर स्थायी समाधान की आवश्यकता है। यह समय की मांग है कि राज्य सरकार इस दिशा में और सख्त कदम उठाए ताकि अस्पतालों में पेशेवर वातावरण बनाए रखा जा सके।

आपके अनुसार क्या सरकारी अस्पतालों में इस तरह के सुधार होना चाहिए? नीचे कमेंट में अपनी राय दें।

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