Jharkhand Crime: मासूम के पास सो रही महिला से हैवानियत, दरवाजा तोड़ घुसा दरिंदा
झारखंड के हजारीबाग में मासूम बच्चे के पास सो रही महिला से दरिंदे ने बांस का दरवाजा तोड़कर दुष्कर्म किया। परिजनों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। जानें पूरी घटना।
झारखंड के हजारीबाग जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला के साथ उसके मासूम बच्चे के पास ही दुष्कर्म किया गया। यह घटना विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र की है, जिसने इलाके को स्तब्ध कर दिया।
आधी रात का खौफ: बांस का दरवाजा तोड़कर घुसा दरिंदा
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह अपने मिट्टी के घर में बांस के दरवाजे के पीछे अपने दूधमुंहे बच्चे के साथ सो रही थी। रात करीब ढाई बजे, आरोपी संतोष हेम्ब्रम ने बांस का दरवाजा तोड़कर घर में प्रवेश किया।
- चिल्लाने पर दबाने लगा गला: आरोपी ने महिला का गला दबाकर उसे मारने की कोशिश की।
- परिजनों की बहादुरी: महिला की चीख सुनकर दूसरे कमरे में सो रहे परिजन वहां पहुंचे और आरोपी को पकड़ लिया।
गांववालों की सक्रियता, आरोपी को पकड़ा
परिजनों और गांववालों ने आरोपी को पूरी रात रस्सी से बांधकर रखा। पूछताछ में उसने खुद को दारू थाना क्षेत्र के आकाकुम्बा पतरंगा गांव का निवासी बताया।
- आरोपी को गांव के अगुवा (मांझी हड़ाम) के हवाले किया गया।
- इसके बाद महिला और उसके परिजन आरोपी को लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस कार्रवाई और आरोपी की पहचान
पुलिस ने आरोपी संतोष हेम्ब्रम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
- पीड़िता ने अपनी प्राथमिकी में बताया कि उसका पति बाहर काम करता है।
- आरोपी ने एक महीने पहले भी इसी इलाके में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया था।
झारखंड में बढ़ते अपराध: एक ऐतिहासिक दृष्टिकोण
झारखंड के ग्रामीण इलाकों में ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है।
- महिला सुरक्षा का सवाल: इस क्षेत्र में ऐसे अपराधों के प्रति जागरूकता और सुरक्षा उपायों की कमी है।
- ग्रामीण न्याय प्रणाली: मांझी हड़ाम जैसे ग्रामीण अगुवा अपराधियों को पकड़ने में अहम भूमिका निभाते हैं।
कानून व्यवस्था पर उठते सवाल
हजारीबाग जैसे इलाकों में इस तरह की घटनाएं एक गंभीर मुद्दा हैं।
- स्थानीय पुलिस की भूमिका: पुलिस की तत्परता से आरोपी पकड़ा गया, लेकिन यह घटना ग्रामीण इलाकों में कमजोर सुरक्षा का प्रमाण है।
- सरकार की जिम्मेदारी: महिला सुरक्षा के लिए ठोस उपायों की आवश्यकता है।
अंत में
झारखंड के हजारीबाग की इस घटना ने न केवल महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि ग्रामीण इलाकों में बढ़ते अपराधों को भी उजागर किया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि महिला सुरक्षा के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
समाज की जिम्मेदारी है कि महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जाए।
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