Jasidih Clash: बरवा गांव में आपसी रंजिश ने मचाया कोहराम, टांगी और लाठियों से हुआ हमला, चेन लूट की भी सनसनी!
जसीडीह के बरवा गांव में दो पक्षों के बीच खून-खराबा! बच्चों के झगड़े से शुरू हुआ मामला, चांदी की चेन लूटी गई, टांगी और लाठियों से हमला, पुलिस जांच में जुटी।

जसीडीह का बरवा गांव एक बार फिर आपसी रंजिश और हिंसा का गवाह बन गया है। गुरुवार को गांव में दो पक्षों के बीच शुरू हुआ विवाद इस कदर हिंसक हो गया कि लाठी, टांगी और गाली-गलौज के साथ चांदी की चेन लूटने तक की नौबत आ गई। इस घटना में दोनों पक्षों से तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर एगेंस्ट एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
विवाद की चिंगारी: बच्चों के झगड़े से शुरू हुआ खूनी खेल
घटना की शुरुआत बुधवार की सुबह उस समय हुई जब इंद्रदेव पंडित के अनुसार, गांव के महेंद्र पंडित और उसके बच्चे के बीच कहासुनी हो गई। इंद्रदेव ने महेंद्र से इसकी शिकायत की, लेकिन बात इतनी बढ़ गई कि महेंद्र पंडित, हरि पंडित, मनोज पंडित, केशव पंडित, कविता देवी और कौशल्या देवी ने मिलकर इंद्रदेव के घर पर हमला बोल दिया।
उनका आरोप है कि सभी आरोपी उनके घर में घुस आए और गाली-गलौज करने लगे। जब उन्होंने विरोध किया, तो लाठी से पीट-पीटकर इंद्रदेव और उनके पिता कामदेव पंडित को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। दोनों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दूसरा पक्ष भी पीछे नहीं: टांगी से हमला, बेटी की चेन भी छीनी
वहीं दूसरी तरफ महेंद्र पंडित ने पूरी तरह अलग कहानी पेश की। उनके अनुसार, उनकी बेटी चांदनी कुमारी गांव के इजमाल कुआं से पानी भर रही थी, तभी शिव दयाल पंडित, बेलू पंडित, फुलवा देवी, नारायण पंडित, टेटू पंडित, इंद्रदेव पंडित, कामदेव पंडित और प्रकाश पंडित वहां पहुंचे और उसकी बेटी के साथ गाली-गलौज व मारपीट करने लगे।
जब महेंद्र अपनी बेटी को बचाने पहुंचे, तो उन पर टांगी से हमला कर दिया गया, जिससे वह घायल हो गए। यही नहीं, आरोप है कि उनकी बेटी के गले से चांदी की चेन भी लूट ली गई।
पुलिस जांच में जुटी, गांव में तनाव
घटना के बाद जसीडीह थाना पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि दोनों ओर से गंभीर आरोप लगाए गए हैं, इसलिए हर पहलू की तथ्यों और गवाहों के आधार पर जांच की जा रही है। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है लेकिन पुलिस की मौजूदगी से हालात काबू में हैं।
इतिहास गवाह है: बरवा गांव में पहले भी हो चुकी हैं झड़पें
बरवा गांव पहले भी आपसी विवाद और घरेलू झगड़ों की वजह से चर्चा में रहा है। जमीन, पानी और पारिवारिक रंजिशें यहां हिंसा की बड़ी वजह बनती रही हैं। पिछले साल भी इसी गांव में मामूली बात पर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे।
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