Jamtara Cyber Crime : करमाटांड़ में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 साइबर ठग गिरफ्तार, लाखों की नकदी बरामद
जामताड़ा में पुलिस ने करमाटांड़ इलाके से 2 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। लाखों की नकदी, मोबाइल और एटीएम कार्ड बरामद। जानें कैसे करते थे ठगी।
जामताड़ा (संवाददाता) – झारखंड के जामताड़ा जिले का नाम देशभर में साइबर क्राइम के गढ़ के रूप में मशहूर है, और एक बार फिर यहां पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। जामताड़ा साइबर थाना पुलिस ने करमाटांड़ थाना क्षेत्र में छापेमारी कर दो कुख्यात साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारी मात्रा में नकदी, मोबाइल, एटीएम कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया है।
गुप्त सूचना पर हुई बड़ी छापेमारी
हेडक्वार्टर डीएसपी संजय कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि करमाटांड़ थाना क्षेत्र के जसायडीह जंगल के पास कुछ लोग साइबर ठगी की योजना बना रहे हैं। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान के नेतृत्व में एसआई हीरालाल महतो, एएसआई स्टेनली हेंब्रम और पुलिस बल की एक टीम गठित की गई। टीम ने इलाके में दबिश दी और पिंडारी गांव के प्रद्युम कापड़ी और मिठुन कापड़ी को मौके से धर दबोचा।
बरामदगी से खुला बड़े नेटवर्क का राज
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 1 लाख 37 हजार 500 रुपये नकद, 06 मोबाइल फोन, 06 सिम कार्ड, 03 एटीएम कार्ड, 01 पैन कार्ड, 02 आधार कार्ड और दो मोटरसाइकिल बरामद की गईं। पुलिस को शक है कि ये सामान देशभर में फैले साइबर अपराध नेटवर्क का हिस्सा है, जिसे जामताड़ा से ऑपरेट किया जाता था।
ठगी का तरीका भी है चौंकाने वाला
डीएसपी संजय कुमार सिंह के मुताबिक, ये दोनों आरोपी पंजाब नेशनल बैंक (PNB) समेत अन्य बैंकों के ग्राहकों को फोन कर क्रेडिट या डेबिट कार्ड बंद होने की धमकी देते थे। इसके बाद वे पीड़ितों को झांसे में लेकर उनके मोबाइल में स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड करवाते और बैंकिंग से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल कर लेते।
इन जानकारियों का इस्तेमाल कर वे खातों से रकम निकाल लेते। जांच में पता चला है कि इनका ठगी नेटवर्क सिर्फ झारखंड ही नहीं बल्कि बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी सक्रिय था।
जेल की राह पर दोनों आरोपी
पुलिस ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों के खिलाफ जामताड़ा साइबर थाना कांड संख्या 55/2025 दर्ज किया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है। अधिकारी मानते हैं कि इनकी गिरफ्तारी से साइबर ठगी के कई मामलों की गुत्थी सुलझ सकती है और बड़े गिरोह तक पहुंचा जा सकता है।
जामताड़ा का साइबर क्राइम हब बनने की कहानी
जामताड़ा पिछले एक दशक से भारत का “साइबर क्राइम हब” कहलाता है। यहां के कई गांवों में बेरोजगारी और आसान कमाई की चाहत ने कई युवाओं को ठगी के इस धंधे की ओर मोड़ दिया। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में दर्ज होने वाले साइबर फ्रॉड मामलों में जामताड़ा का योगदान काफी अधिक है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन नए-नए तरीकों से ठगी करने वाले गिरोह अभी भी सक्रिय हैं।
पुलिस की अपील – सावधान रहें
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल पर बैंकिंग डिटेल, OTP, या कार्ड नंबर साझा न करें और न ही मोबाइल में कोई अज्ञात एप डाउनलोड करें। अगर कोई संदिग्ध कॉल आए तो तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित करें।
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