Jamshedpur Celebration: एनटीटीएफ में धूमधाम से मना महिला दिवस, हुआ भव्य सम्मान समारोह
जमशेदपुर के एनटीटीएफ आर. डी. टाटा तकनीकी संस्थान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस धूमधाम से मनाया गया। जानें इस समारोह की खास बातें और महिला सशक्तिकरण की प्रेरणादायक कहानियां।

जमशेदपुर: एनटीटीएफ आर. डी. टाटा तकनीकी संस्थान, गोलमुरी में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस खास अवसर पर संस्थान की प्राचार्य प्रीता जॉन ने सभी महिला सदस्यों का सम्मान किया और पुष्पगुच्छ देकर उनके योगदान की सराहना की। कार्यक्रम में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी उपलब्धियों को लेकर प्रेरणादायक चर्चा भी हुई।
महिला दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
महिला दिवस की शुरुआत 1909 में अमेरिका से हुई थी, जब पहली बार न्यूयॉर्क में महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाई। इसके बाद, 1911 में इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली, और 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने इसे आधिकारिक रूप से महिला अधिकारों और समानता के प्रतीक के रूप में घोषित किया। तब से यह दिन दुनियाभर में महिलाओं की उपलब्धियों को सम्मानित करने और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
सम्मान और प्रेरणादायक संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य प्रीता जॉन के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने कहा,
"आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी जगह बना चुकी हैं। वे न सिर्फ घर और कार्यस्थल को संतुलित रूप से संभाल रही हैं, बल्कि समाज और देश के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।"
संस्थान के उप-प्राचार्य रमेश राय ने भी महिलाओं की उपलब्धियों को सराहते हुए कहा,
"महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, खेल, राजनीति – हर जगह उन्होंने अपनी काबिलियत साबित की है। हमें महिलाओं को समान अवसर देने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।"
केक कटिंग और सम्मान समारोह
समारोह में सभी महिला सदस्यों को विशेष सम्मानित किया गया। इसके बाद, केक कटिंग सेरेमनी आयोजित की गई, जहां सभी ने मिलकर महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं। पूरे कार्यक्रम में महिलाओं के योगदान को सराहा गया और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए प्रेरणादायक बातें साझा की गईं।
महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न
कार्यक्रम में प्रीति, मिथिला, ज्योति, मंजुला, वीणा, मनीषा, इतिश्री, सरिता, शर्मिष्ठा, सागरिका, स्मृति, शिल्पा सहित संस्थान के कई शिक्षक और स्टाफ उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाया और इस दिन को यादगार बनाया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम
इस कार्यक्रम ने एक बार फिर यह साबित किया कि समाज में महिलाओं की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। एनटीटीएफ संस्थान द्वारा आयोजित यह समारोह महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक बेहतरीन उदाहरण बना।
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