Jamshedpur Celebration: नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में नारी शक्ति का भव्य सम्मान, जानें कैसे हुआ ये खास आयोजन!
जमशेदपुर में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में महिला दिवस पर नारी शक्ति को सम्मानित किया गया। जानें कैसे हुआ भव्य आयोजन और किन महिलाओं को मिला खास सम्मान!

जमशेदपुर – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में नारी शक्ति का भव्य सम्मान किया गया। इस समारोह का उद्देश्य नारी के बलिदान, संघर्ष और योगदान को उजागर करना था। कार्यक्रम में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करने के साथ-साथ उनके सशक्तिकरण की दिशा में भी प्रेरणादायक संदेश दिए गए।
दीप प्रज्वलन से हुआ भव्य शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत माननीय अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई, जिससे पूरे माहौल में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। इसके बाद विश्वविद्यालय की छात्राओं ने एक विशेष नृत्य प्रस्तुति दी, जिसमें मां दुर्गा और नारी शक्ति के संबंध को खूबसूरती से दर्शाया गया। यह नृत्य नारी के दो स्वरूपों – ममता और शक्ति को दिखाने का प्रतीक बना।
इतिहास में नारी शक्ति: हर युग में महिलाओं का योगदान
अगर इतिहास के पन्नों को पलटकर देखें, तो हर युग में महिलाओं ने अपनी ताकत और आत्मनिर्भरता से समाज को नई दिशा दी है। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, सावित्रीबाई फुले, कल्पना चावला और इंदिरा गांधी जैसी अनगिनत महिलाओं ने अपने संघर्ष और परिश्रम से यह साबित किया कि नारी केवल त्याग और सहनशीलता का ही नहीं, बल्कि अदम्य साहस और नेतृत्व क्षमता का भी प्रतीक है।
डिस्ट्रिक्ट यूथ ऑफिसर अंजली कुमारी का प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डिस्ट्रिक्ट यूथ ऑफिसर अंजली कुमारी को विशेष सम्मान से नवाजा गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा,
"अगर नारी ठान ले, तो वह कुछ भी कर सकती है। उसकी शक्ति असीमित है, बस उसे अपने भीतर की ऊर्जा को पहचानने की जरूरत है।"
इसके बाद, असिस्टेंट प्रोफेसर अंकिता बासु ने अपनी मधुर आवाज में एक प्रेरणादायक गीत प्रस्तुत किया, जिसने पूरे माहौल को मंत्रमुग्ध कर दिया।
नारी सशक्तिकरण की दिशा में उठाए गए कदम
कार्यक्रम में हेड लाइब्रेरियन सविता हृदय को उनके अब तक के योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसके बाद विश्वविद्यालय की छात्राओं ने महिला सशक्तिकरण पर आधारित बॉलीवुड गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे पूरे वातावरण में जोश और ऊर्जा भर गई।
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलपति का विशेष संदेश
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. पी. के. पाणि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा,
"नारी का जीवन सिर्फ त्याग का नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शन का भी होता है। महिला सशक्तिकरण केवल एक दिवस का मुद्दा नहीं, बल्कि यह एक सतत प्रक्रिया होनी चाहिए, जिसमें सभी का योगदान आवश्यक है।"
अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में प्रतिविद्यालय प्रो. डॉ. आचार्य ऋषि रंजन, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, प्रशासनिक विभाग के अनुष्ठाता नाजिम खान, शैक्षणिक विभाग के अधिष्ठाता प्रो. दिलीप शोम, आईटी विभाग के अधिष्ठाता प्रो. डॉ. रंजन मिश्रा, शोध विभाग के अधिष्ठाता प्रो. डॉ. प्रमोद कुमार सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता विभाग की विभागाध्यक्ष दीपिका कुमारी ने किया, जिन्होंने नारी शक्ति से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं को अपने शब्दों में पिरोकर पूरे कार्यक्रम को और भी प्रभावशाली बना दिया।
निष्कर्ष: महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
यह आयोजन केवल महिलाओं को सम्मान देने तक सीमित नहीं था, बल्कि यह एक सशक्त संदेश भी था कि नारी शक्ति को केवल एक दिन नहीं, बल्कि हर दिन सम्मान मिलना चाहिए। इस कार्यक्रम ने यह भी दर्शाया कि समाज को आगे बढ़ाने में महिलाओं की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है और उन्हें सही अवसर मिले तो वे हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा सकती हैं।
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