Jamshedpur Tobacco Ban: स्कूलों के पास तंबाकू बिक्री पर सख्ती, दुकानदारों पर जुर्माना
जमशेदपुर में उपायुक्त के निर्देश पर स्कूलों के पास तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर रोक। जांच अभियान में तीन दुकानदारों पर जुर्माना और सख्त चेतावनी।
जमशेदपुर: जमशेदपुर में उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार शहर के स्कूलों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध को लेकर प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। इस नियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है, जिसका नेतृत्व धालभूम की अनुमंडलाधिकारी (एसडीओ) शताब्दी मजूमदार कर रही हैं।
कदमा क्षेत्र में चला सघन अभियान
गुरुवार को कदमा स्थित टाटा वर्कर्स यूनियन हाई स्कूल के आसपास इस अभियान को अंजाम दिया गया। अभियान के दौरान कार्यपालक दंडाधिकारी चंद्रजीत सिंह और खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी मंजर हुसैन मौजूद थे। पान गुमटी और दुकानों में बिक रहे सिगरेट व तंबाकू उत्पादों की गहन जांच की गई।
तीन दुकानदारों पर कार्रवाई, तंबाकू उत्पाद जब्त
जांच के दौरान नियमों का उल्लंघन करते हुए तंबाकू उत्पाद बेचते पाए गए तीन दुकानदारों पर कोटपा (COTPA) के सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की गई। प्रत्येक पर 200 रुपये का जुर्माना लगाते हुए कुल 600 रुपये वसूले गए। इसके अलावा, मौके पर सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद जब्त किए गए।
प्रशासन की सख्त चेतावनी
अभियान के दौरान एसडीओ शताब्दी मजूमदार ने स्पष्ट चेतावनी दी कि स्कूलों के 100 गज के दायरे में किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पादों की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। दुकानदारों को भविष्य में बिना वैधानिक चेतावनी वाले तंबाकू उत्पाद बेचने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की बात कही गई।
तंबाकू और बच्चों की सुरक्षा: ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
भारत सरकार ने 2003 में तंबाकू नियंत्रण अधिनियम (COTPA) लागू किया था। इसका उद्देश्य सार्वजनिक स्थलों पर तंबाकू सेवन को रोकना और युवाओं को इसके दुष्प्रभाव से बचाना था। स्कूलों के आसपास तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध भी इसी कानून का हिस्सा है। जमशेदपुर में यह अभियान इसी दिशा में एक ठोस कदम है।
स्कूलों के पास तंबाकू: एक गंभीर खतरा
तंबाकू उत्पादों की आसान उपलब्धता बच्चों और किशोरों के लिए बड़ा खतरा बनती जा रही है। एनसीआरबी (NCRB) के अनुसार, हर साल लाखों किशोर तंबाकू की लत का शिकार हो रहे हैं। स्कूलों के पास तंबाकू की बिक्री बच्चों को इस घातक जाल में फंसाने का मुख्य जरिया है।
क्या कहती है जनता?
इस अभियान को लेकर स्थानीय लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। अभिभावकों ने इसे एक सराहनीय कदम बताया, जो बच्चों को तंबाकू से दूर रखने में मदद करेगा। हालांकि, कुछ दुकानदारों ने इसे कठोर बताते हुए कहा कि इससे उनकी आय प्रभावित हो रही है।
प्रशासन की योजना और आगे का रास्ता
जांच अभियान को पूरे शहर में चलाने की योजना बनाई गई है। प्रशासन का लक्ष्य है कि सभी निजी और सरकारी स्कूलों के आसपास तंबाकू मुक्त जोन बनाया जाए। अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में और सख्ती से इस नियम का पालन कराया जाएगा।
तंबाकू मुक्त जमशेदपुर: एक कदम आगे
यह कदम जमशेदपुर को तंबाकू मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। बच्चों की सुरक्षा और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करने के लिए ऐसे प्रयासों की सख्त जरूरत है।
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