Jamshedpur चुनाव: स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के इंतजाम सख्त, डीसी और एसएसपी ने किया निरीक्षण

जमशेदपुर के छह विधानसभा क्षेत्रों की EVM और VVपैट स्ट्रांग रूम में सुरक्षित, सख्त सुरक्षा के साथ CCTV से निगरानी। जानिए क्या हैं व्यवस्थाएं।

Nov 17, 2024 - 19:23
 0
Jamshedpur चुनाव: स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के इंतजाम सख्त, डीसी और एसएसपी ने किया निरीक्षण
Jamshedpur चुनाव: स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के इंतजाम सख्त, डीसी और एसएसपी ने किया निरीक्षण

जमशेदपुर,17 नवम्बर, 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र के छह विधानसभा सीटों पर मतदान सफलतापूर्वक सम्पन्न हो चुका है। मतदान के बाद सभी ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को बिस्टुपुर स्थित को-ऑपरेटिव कॉलेज भवन में बनाए गए स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है।

स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक न हो, इसके लिए दोहरी सुरक्षा लेयर का इंतजाम किया गया है। साथ ही, सभी कमरों में CCTV कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। यह सुनिश्चित किया गया है कि हर प्रत्याशी या उनका प्रतिनिधि सीसीटीवी के माध्यम से सुरक्षा का जायजा ले सकता है।

डीसी और एसएसपी ने किया सुरक्षा का निरीक्षण

रविवार को जिले के डीसी अनन्य मित्तल और एसएसपी किशोर कौशल ने स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया। उनके साथ सिटी एसपी ने भी स्ट्रांग रूम और उसकी सुरक्षा व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की।

डीसी और एसएसपी का बयान:

  • स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में पारा मिलेट्री फोर्स को तैनात किया गया है।
  • परिसर के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
  • हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए नियमित गश्ती दल भी सक्रिय है।
  • बिना अधिकृत पास के किसी को भी कॉलेज परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं है।

स्ट्रांग रूम की सुरक्षा: इतिहास और वर्तमान व्यवस्था

चुनाव प्रक्रिया में ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा हमेशा से एक संवेदनशील मुद्दा रही है। 1990 के दशक में ईवीएम का उपयोग शुरू होने के बाद से, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था को लगातार बेहतर बनाया गया है।

इस बार, झारखंड में स्ट्रांग रूम को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और मानव बल का समन्वय किया गया है।

  • सुरक्षा का दोहरा घेरा: बाहरी सुरक्षा पारा मिलेट्री के हाथों है, जबकि आंतरिक सुरक्षा राज्य पुलिस द्वारा संभाली जा रही है।
  • CCTV की निगरानी: हर कमरे में लगे कैमरे चौबीसों घंटे लाइव फीड प्रदान कर रहे हैं।
  • गश्ती दल की तैनाती: किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष गश्ती दल तैयार रखा गया है।

प्रत्याशियों को मिली सीसीटीवी एक्सेस

एक अनोखी पहल के तहत, प्रत्याशियों और उनके प्रतिनिधियों को स्ट्रांग रूम की सीसीटीवी फीड तक पहुंच दी गई है। यह पारदर्शिता बढ़ाने और चुनावी प्रक्रिया में विश्वास बनाए रखने का प्रयास है। डीसी अनन्य मित्तल ने कहा, “चुनाव की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए प्रत्याशी 24/7 सीसीटीवी मॉनिटरिंग का उपयोग कर सकते हैं।”

आखिरी चरण की तैयारी

जमशेदपुर के छह विधानसभा क्षेत्रों की 43 सीटों पर मतदान के बाद अब सभी की नजरें चुनावी नतीजों पर टिकी हैं। स्ट्रांग रूम में रखी ईवीएम और वीवीपैट का उपयोग 23 नवंबर को मतगणना के दौरान होगा।

सुरक्षा के सख्त प्रावधान और प्रशासन की सक्रियता ने चुनाव प्रक्रिया को सुचारू और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब देखना यह है कि जनता का निर्णय किसके पक्ष में आता है।

चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता का संदेश

झारखंड के चुनावी इतिहास में यह पहली बार नहीं है कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा को लेकर चर्चा हो रही हो। लेकिन इस बार की डिजिटल निगरानी और प्रत्याशियों को सीसीटीवी एक्सेस देने की पहल ने एक मिसाल कायम की है। यह कदम न केवल पारदर्शिता बढ़ाता है, बल्कि लोकतंत्र में जनता का विश्वास भी मजबूत करता है।

नतीजों की प्रतीक्षा

स्ट्रांग रूम के अंदर मशीनें भले ही चुप हैं, लेकिन बाहर राजनीतिक हलचलें तेज हैं। 23 नवंबर को यह साफ हो जाएगा कि जमशेदपुर के छह विधानसभा सीटों का भविष्य किसके हाथ में जाएगा।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।