साधु संत हो रहे एकजुट-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित
सियासत के लिए मजहब कहाँ तक लगता सही, एक मुश्त वोट देने को इंडी गठबंधन को क्यों कही?...
साधु संत हो रहे एकजुट
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सियासत के लिए मजहब
कहाँ तक लगता सही,
एक मुश्त वोट देने को
इंडी गठबंधन को क्यों कही?
चुनाव में फतवा का दबाव
गलत होता इसका प्रभाव,
हिन्दू हुए इससे आक्रोशित
गलत पथ जाता यह चुनाव।
सनातनी हो रहे एकमत
होने जा रहा धर्म सम्मेलन,
साधु संत हो रहे एकजुट
सेफ रहने का दे रहे लेशन।
जो भी हो सौहार्द रहना चाहिए
वोट के लिए नहीं बँटना चाहिए,
चुनाव संवैधानिक प्रक्रिया है
चुनाव शांतिपूर्वक होना चाहिए।
मतभेद हो, न हो कभी मनभेद
परस्पर धर्म का हो सदा सम्मान,
सनातन पर तो हमला बंद हो
धर्म ग्रन्थों का न हो अपमान।
सत्ता लोभ में जीतने की मंशा
करने लगते अमर्यादित आचरण,
सब दल करें इसपर चिंतन मंथन
जाति मजहब से ऊपर नेशन।
-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित
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