अमर्यादित आचरण - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित जी
अमर्यादित आचरण - डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित जी
अमर्यादित आचरण
उर आंगन मे भरा विष
बयानों में कुसंस्कार,
बिन सोचे बोलते रहते
सनातन पर करते प्रहार।
देश की मिट्टी से नहीं जुड़े
विदेशी रंग में रचे बसे,
धर्म'-संस्कृति की नहीं समझ
कुबोल बोलकर सदा फँसे।
राहुल का जय हनुमान
केवल एक सियासी संग्राम,
सनातन की गाली परंपरा
बगल में छुरी मुख में राम।
अल्पसंख्यक प्रेम में
दूषित विचार,
टुकड़े गेंग संग
आहार बिहार,
देशहित को इनसे क्षति
चुनाव में झूठा प्रचार।
झूठा नैरेटिव फैलाकर
संविधान पर खतरा बताकर,
आरक्षण पर मिथ्या सवाल
गर्वित कुछ सीटें बढ़ा कर।
संसद आरक्षण संविधान
बना रहे मान सम्मान,
नहीं जनता भ्रमित बार बार
चाहिए रखना इसका ध्यान।
देशभक्ति झलकना चाहिए
नेताओं के आचरण में,
राष्ट्रभक्ति समाहित रग-रग में
सर्वस्व समर्पित जन जागरण में।
राहुल में इन तत्वों का
दिखता सदा अभाव,
कैसे पार लगेगी
पार्टी की डगमग नाव।
पीएम मोदी को मिला
रूस का सर्वोच्च सम्मान,
आज सारा देश गौरवान्वित
बढ़ा देश का मान सम्मान।
-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित जी
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