Sitaramdera Suicide: फांसी लगाई, 19 साल की अंजना ने चुन्नी को बनाया फंदा, दुर्गा मंदिर के सामने मचा कोहराम

जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र स्थित छायानगर में एक 19 वर्षीय युवती अंजना कुमारी ने अपने ही घर में चुन्नी के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी है। दुर्गा मंदिर के सामने हुए इस अचानक आत्मघाती कदम और परिवार के सदस्यों के गहरे सदमे की पूरी मर्मस्पर्शी हकीकत यहाँ दी गई है वरना आप भी इस उभरती उम्र के खत्म होने के पीछे छिपी वजहों से अनजान रह जाएंगे।

Dec 23, 2025 - 14:23
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Sitaramdera Suicide: फांसी लगाई, 19 साल की अंजना ने चुन्नी को बनाया फंदा, दुर्गा मंदिर के सामने मचा कोहराम
Sitaramdera Suicide: फांसी लगाई, 19 साल की अंजना ने चुन्नी को बनाया फंदा, दुर्गा मंदिर के सामने मचा कोहराम

जमशेदपुर, 23 दिसंबर 2025 – लौहनगरी जमशेदपुर के सीतारामडेरा इलाके में सोमवार की शाम खुशियों की जगह मातम ने ले ली। छायानगर दुर्गा मंदिर के ठीक सामने रहने वाले एक परिवार की खुशियाँ उस वक्त उजड़ गईं, जब उनकी 19 वर्षीय बेटी अंजना कुमारी ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। शाम के करीब छह बजे जब पूरा इलाका रोजमर्रा के कामों में व्यस्त था, तभी इस खबर ने छायानगर में सनसनी फैला दी। महज 19 साल की उम्र, जहाँ सपने बुने जाते हैं, वहां अंजना ने मौत का रास्ता चुनकर कई अनुत्तरित सवाल छोड़ दिए हैं।

इतिहास: सीतारामडेरा और छायानगर की सामाजिक बुनावट

ऐतिहासिक रूप से सीतारामडेरा जमशेदपुर का वह क्षेत्र रहा है जहाँ श्रमिक वर्ग और मध्यम वर्ग के परिवार पीढ़ियों से बसे हुए हैं। छायानगर दुर्गा मंदिर के आसपास का इलाका हमेशा से सामुदायिक मेल-जोल और धार्मिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। पिछले कुछ दशकों में जमशेदपुर के शहरीकरण के साथ यहाँ की युवा पीढ़ी ने शिक्षा और रोजगार में नए आयाम छुए हैं, लेकिन इसके साथ ही युवाओं में बढ़ता मानसिक दबाव और खामोश प्रताड़ना भी एक काला सच बनकर उभरी है। सीतारामडेरा क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में युवाओं द्वारा उठाए गए आत्मघाती कदम इस बात की ओर इशारा करते हैं कि सामाजिक बदलावों के बीच मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी भारी पड़ रही है।

चुन्नी का फंदा और वो मनहूस शाम

सोमवार की शाम करीब छह बजे जब घर के भीतर से काफी देर तक कोई आवाज नहीं आई, तो परिजनों के दिल में घबराहट शुरू हुई।

  • खौफनाक मंजर: पड़ोसियों की मदद से जब कमरे का दरवाजा खोला गया, तो अंदर का नजारा देख सबकी रूह कांप गई। 19 साल की अंजना अपनी ही चुन्नी के सहारे फंदे से लटक रही थी।

  • पुलिस की दस्तक: सीतारामडेरा पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची और घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने कमरे की बारीकी से जांच की ताकि किसी सुसाइड नोट या संघर्ष के निशान का पता चल सके।

  • सदमे में परिवार: मृतका अविवाहित थी और अपने माता-पिता के साथ यहाँ रहती थी। घटना के बाद से घर में चीख-पुकार मची है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

प्रथम दृष्टया आत्महत्या, पर जांच जारी

सीतारामडेरा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मामला पूरी तरह से आत्महत्या का प्रतीत होता है, लेकिन वे हर पहलू को खंगाल रहे हैं।

  1. पोस्टमार्टम रिपोर्ट: शव को कब्जे में लेकर जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज (पोस्टमार्टम हाउस) भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सटीक समय और कारण की पुष्टि होगी।

  2. जांच का दायरा: पुलिस मृतका के मोबाइल फोन और दोस्तों से पूछताछ करने की योजना बना रही है ताकि यह पता चल सके कि क्या वह किसी मानसिक तनाव या निजी विवाद से गुजर रही थी।

  3. परिजन खामोश: सदमे के कारण परिवार अभी कुछ भी स्पष्ट रूप से बताने की स्थिति में नहीं है।

घटना का संक्षिप्त विवरण (Case Snapshot)

विवरण जानकारी
मृतक का नाम अंजना कुमारी (19 वर्ष)
स्थान छायानगर दुर्गा मंदिर के पास, सीतारामडेरा
घटना का समय सोमवार शाम करीब 6:00 बजे
माध्यम दुपट्टा/चुन्नी
जांच एजेंसी सीतारामडेरा थाना पुलिस

उभरते युवाओं की खामोश जंग

जमशेदपुर में बढ़ती आत्महत्या की घटनाएं समाज के लिए एक बड़ी चेतावनी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अक्सर युवा अपनी परेशानियां परिवार के साथ साझा नहीं कर पाते और चरम कदम उठा लेते हैं। अंजना कुमारी की मौत ने एक बार फिर समाज के सामने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर 19 साल की एक युवती को अपनी जान देने पर किसने मजबूर किया।

न्याय और सच का इंतजार

फिलहाल छायानगर की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही इस रहस्य से पर्दा उठाएगी कि अंजना ने वह चुन्नी फंदे के लिए क्यों चुनी। प्रशासन और समाज को अब मिलकर ऐसे समाधान ढूंढने होंगे जिससे किसी और 'अंजना' की मुस्कान इस तरह समय से पहले न छिने।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।