जमशेदपुर: बच्चे की मौत के बाद अस्पताल में बवाल, डॉक्टरों पर लगा लापरवाही का आरोप!
जमशेदपुर के साकची में एक 15 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा। परिवार ने डॉक्टरों पर गलत इलाज का आरोप लगाया। जानिए पूरा मामला और कैसे अस्पताल के कर्मचारी हुए भूमिगत।
जमशेदपुर के साकची थाना क्षेत्र में स्थित डॉ अभिषेक चाइल्ड केयर अस्पताल में सोमवार को ऐसा बवाल हुआ कि डॉक्टरों को खुद को भूमिगत करना पड़ा। बाराद्वारी के पास स्थित इस अस्पताल में 15 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। बच्चे का नाम डी. शाहिल था, जो गोलमुरी के जयनगर का रहने वाला था।
डी. शाहिल के पिता, डी करुणाकरण, जिन्होंने अपने बेटे को 15 अगस्त को बुखार की शिकायत पर डॉ अभिषेक चाइल्ड केयर अस्पताल में भर्ती कराया था, का कहना है कि "डॉक्टरों ने रविवार को शाहिल को स्वस्थ बताकर डिस्चार्ज कर दिया था। लेकिन अस्पताल से घर पहुंचते ही बेटे की तबीयत बिगड़ गई, मानो अस्पताल की हवा से ही वो ज़िंदा था।"
सोमवार की सुबह जब शाहिल की तबीयत और बिगड़ी, तो परिजन उसे फिर से अस्पताल लेकर पहुंचे। पर इस बार डॉक्टरों ने शाहिल को मृत घोषित कर दिया। इससे पहले कि डॉक्टर कोई सफाई देते, शाहिल के पिता ने उन पर इलाज में लापरवाही और गलत ट्रीटमेंट का आरोप लगाया।
हालांकि, अस्पताल में बढ़ते हंगामे को देखकर डॉक्टर और अस्पताल के सारे कर्मी 'अचानक' भूमिगत हो गए, जैसे वो हॉरर फिल्म के भूत हों! परिजनों का गुस्सा समझ में आता है, लेकिन अस्पताल का यह व्यवहार किसी को भी चौंकाने वाला है।
फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है और परिजन इंसाफ की मांग कर रहे हैं। जमशेदपुर के साकची में इस घटना ने अस्पतालों की कार्यप्रणाली और चिकित्सा सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उम्मीद है कि जांच के बाद सच सामने आएगा और दोषियों को सज़ा मिलेगी।
इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हमारा स्वास्थ्य तंत्र सच में इतना लापरवाह है, या फिर इसमें सुधार की ज़रूरत है? जवाब तो समय ही बताएगा, लेकिन शाहिल के परिवार के लिए समय ने एक दर्दनाक याद छोड़ दी है।
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