Jamshedpur Accident: स्कूटी से लौट रहे बस कंडक्टर की बड़ी चूक, हादसे में हुए घायल

जमशेदपुर के साकची में सड़क हादसा! स्कूटी से घर लौट रहे बस कंडक्टर घायल। जानें कैसे हुआ हादसा और सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण नियम।

Feb 3, 2025 - 13:53
 0
Jamshedpur Accident: स्कूटी से लौट रहे बस कंडक्टर की बड़ी चूक, हादसे में हुए घायल
Jamshedpur Accident: स्कूटी से लौट रहे बस कंडक्टर की बड़ी चूक, हादसे में हुए घायल

जमशेदपुर के साकची थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर एक सड़क हादसे में बस कंडक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना हाथीघोड़ा मंदिर के पास हुई, जब नटराज बस में कंडक्टर के रूप में काम करने वाले मदन सिंह अपनी स्कूटी से घर लौट रहे थे। स्कूटी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई, जिससे वह सिर के बल सड़क पर गिर गए।

स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। यह घटना उन सभी दोपहिया चालकों के लिए एक सीख है, जो सड़क सुरक्षा नियमों को हल्के में लेते हैं।

कैसे हुआ हादसा?

मदन सिंह अपने किसी परिचित से मिलने सोनारी गए थे और वहां से स्कूटी पर सवार होकर मानगो स्थित अपने घर लौट रहे थे। जब वे हाथीघोड़ा मंदिर के पास पहुंचे, तो सड़क पार करने के दौरान उनकी स्कूटी अचानक अनियंत्रित हो गई और सीधे डिवाइडर से जा टकराई। तेज झटके के कारण वे सिर के बल गिर गए और उनके सिर में गंभीर चोटें आईं।

स्थानीय लोगों ने देखा कि वे अचेत पड़े हैं, तो तुरंत उन्हें उठाया और अस्पताल पहुंचाने का इंतजाम किया। गनीमत रही कि उनकी चोटें उतनी गंभीर नहीं थीं और इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया।

सड़क हादसों की बढ़ती संख्या—क्यों जरूरी है सतर्कता?

जमशेदपुर समेत पूरे झारखंड में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ट्रैफिक पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में हर साल 1,500 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें दोपहिया वाहन चालकों की संख्या सबसे ज्यादा होती है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, सड़क हादसों के पीछे तीन बड़े कारण होते हैं:

  1. ओवरस्पीडिंग: तेज रफ्तार वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं, जिससे हादसे की संभावना बढ़ जाती है।
  2. सड़क पर ध्यान न देना: मोबाइल फोन का इस्तेमाल और लापरवाही से वाहन चलाना दुर्घटनाओं की मुख्य वजहों में शामिल है।
  3. सुरक्षा उपकरणों की अनदेखी: हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनना हादसों में चोटों को गंभीर बना देता है।

बस कंडक्टर मदन सिंह की गलती क्या थी?

मदन सिंह को स्कूटी चलाते समय सतर्क रहना चाहिए था। सड़क पार करने से पहले उन्हें धीमी गति से चलना चाहिए था और वाहन पर पूरा नियंत्रण रखना चाहिए था। हेलमेट पहनने से शायद सिर की चोट को कम किया जा सकता था।

स्थानीय लोगों की भूमिका सराहनीय

इस हादसे के दौरान सबसे अच्छी बात यह रही कि स्थानीय लोगों ने तत्काल मदद की और घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया। सड़क दुर्घटनाओं में शुरुआती कुछ मिनटों को गोल्डन आवर कहा जाता है, क्योंकि इस दौरान सही इलाज मिल जाने से जान बचाई जा सकती है।

सड़क सुरक्षा के लिए क्या करें?

अगर आप दोपहिया वाहन चलाते हैं, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
हमेशा हेलमेट पहनें
सड़क पार करते समय स्पीड कम करें
ड्राइविंग के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल न करें
सड़क किनारे ध्यान से चलें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें

मदन सिंह का यह हादसा सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही का नतीजा था। हालांकि, समय पर इलाज मिलने से उनकी जान बच गई। यह घटना हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि सड़क पर जरा सी असावधानी भी बड़े हादसे को जन्म दे सकती है। अगर हर दोपहिया वाहन चालक सावधानी बरते और ट्रैफिक नियमों का पालन करे, तो सड़क दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।