Jharkhand में RJD की धमाकेदार जीत: चार सीटों पर शानदार प्रदर्शन, मंत्री पद की रेस में सभी विधायक
झारखंड विधानसभा चुनाव में राजद का शानदार प्रदर्शन। चार सीटों पर जीत और महागठबंधन की सरकार ने किए वादों को पूरा करने का वादा। जानें विधायक संजय प्रसाद यादव और अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान।
1 दिसंबर 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपनी ताकत का शानदार प्रदर्शन किया है। चार सीटों पर जीत हासिल करते हुए राजद ने महागठबंधन की सरकार में अपनी अहम भागीदारी सुनिश्चित की। गोड्डा के नवनिर्वाचित विधायक संजय प्रसाद यादव ने चुनावी प्रदर्शन को ऐतिहासिक बताते हुए आने वाले पांच सालों को उपलब्धियों से भरा हुआ बताया।
महागठबंधन की वापसी और विकास का वादा
जमशेदपुर परिसदन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय प्रसाद यादव ने महागठबंधन सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि बीते कार्यकाल में सरकार ने जनता से जुड़े विकास कार्यों को प्राथमिकता दी, जिसका नतीजा है कि जनता ने इसे दोबारा बहुमत से सत्ता में लाया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार अपने सभी वादों और घोषणाओं को पूरा करेगी।
मंत्री पद को लेकर पूछे गए सवाल पर यादव ने कहा कि सभी नवनिर्वाचित विधायक इस दौड़ में हैं। हालांकि, अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान और महागठबंधन के शीर्ष नेता करेंगे।
भाजपा की राजनीति को जनता ने नकारा
प्रेस वार्ता में मौजूद राजद के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भाजपा की राजनीति पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "झारखंड में भाजपा ने नफरत और भय की राजनीति का सहारा लिया, लेकिन जनता ने इसे पूरी तरह से ठुकरा दिया।" इसके विपरीत, महागठबंधन ने भाईचारे और पीड़ित-शोषित वर्गों को एकजुट करने का संदेश दिया, जो जनता को पसंद आया।
सिद्दीकी ने आगे कहा कि बिहार में आगामी चुनावों में भी राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी।
राजद के प्रदर्शन में इतिहास की झलक
झारखंड में राजद का प्रदर्शन उनकी राजनीतिक क्षमता को दर्शाता है। इतिहास गवाह है कि राजद ने हमेशा ग्रामीण और पिछड़े वर्गों की आवाज उठाई है। 1997 में लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में पार्टी ने बिहार में अपनी मजबूत पकड़ बनाई। झारखंड में पार्टी की सक्रियता पिछले दशक में बढ़ी, और इस चुनावी जीत ने इसे नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।
महागठबंधन का मजबूत गठजोड़
महागठबंधन सरकार ने भाईचारे और एकजुटता के एजेंडे पर काम किया है। झारखंड में इस बार गठबंधन ने अपनी चुनावी रणनीति को जमीनी स्तर पर लागू किया, जिससे जनता ने इसे सिर आंखों पर बिठाया।
यह जीत केवल राजनीतिक लाभ तक सीमित नहीं है; यह राज्य की नीतियों में स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने का प्रतीक भी है।
झारखंड की राजनीति में नई दिशा
झारखंड में भाजपा को हराने के बाद महागठबंधन सरकार के सामने चुनौतियां और वादों को पूरा करने की जिम्मेदारी है। राजद की चार सीटों पर जीत ने यह साबित कर दिया है कि जनता विकास, शांति और स्थिरता चाहती है।
आगामी बिहार चुनावों पर नजर
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि बिहार में आगामी चुनाव में राजद के लिए संभावनाएं बेहद मजबूत हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी न केवल सबसे बड़ी पार्टी बनेगी, बल्कि सत्ता में भी वापसी करेगी।
क्या कहता है भविष्य?
महागठबंधन सरकार के लिए यह जीत जितनी बड़ी उपलब्धि है, उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी भी। राजद का प्रदर्शन दर्शाता है कि जनता के बीच पार्टी की पकड़ मजबूत हो रही है।
आने वाले समय में झारखंड की राजनीति में महागठबंधन सरकार के वादे और कार्यशैली जनता का विश्वास बनाए रखने में कितनी सफल होती है, यह देखने लायक होगा।
What's Your Reaction?