Jamshedpur Review: जमशेदपुर में राजस्व समीक्षा: किन विभागों ने दिखाया दम, कौन रह गया पीछे?

जमशेदपुर में राजस्व संग्रहण की समीक्षा बैठक हुई, जिसमें कई विभागों ने शानदार प्रदर्शन किया, तो कुछ पीछे रह गए। जानिए कौन सा विभाग कितना सफल रहा!

Feb 13, 2025 - 19:30
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Jamshedpur Review: जमशेदपुर में राजस्व समीक्षा: किन विभागों ने दिखाया दम, कौन रह गया पीछे?
Jamshedpur Review: जमशेदपुर में राजस्व समीक्षा: किन विभागों ने दिखाया दम, कौन रह गया पीछे?

जमशेदपुर के उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देश पर समाहरणालय सभागार में राजस्व संग्रहण की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता अपर उपायुक्त भागीरथ प्रसाद ने की, जिसमें जिले के विभिन्न विभागों द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में किए गए राजस्व संग्रहण की गहन समीक्षा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य सरकारी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देना था।

राजस्व संग्रहण का मौजूदा हाल:

बैठक में विभिन्न विभागों के वार्षिक प्रदर्शन का विश्लेषण किया गया। आंकड़ों के अनुसार—
विद्युत विभाग: तीनों प्रमंडलों ने 100% से अधिक लक्ष्य प्राप्त किया।
परिवहन विभाग: 90% राजस्व संग्रहण पूरा कर शानदार प्रदर्शन किया।
उत्पाद विभाग: 73% लक्ष्य प्राप्त किया।
निबंधन विभाग: 69% राजस्व एकत्र कर बढ़त बनाई।
नगर निकाय: औसतन 75% राजस्व जुटाने में सफल रहे।
खनन विभाग: मात्र 51% ही लक्ष्य हासिल कर सख्त निर्देशों के घेरे में आया।

खनन विभाग पर कड़ी नजर:

खनन विभाग की कमजोर परफॉर्मेंस को लेकर विशेष चिंता व्यक्त की गई। जिले में अवैध बालू और पत्थर खनन की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। यह विभाग अब तक केवल 51% राजस्व ही जुटा सका है, जिससे लक्ष्य हासिल करने में कठिनाइयां आ सकती हैं।

क्या है राजस्व संग्रहण और क्यों है यह महत्वपूर्ण?

राजस्व संग्रहण किसी भी राज्य की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करने का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इससे सरकार को विभिन्न विकास परियोजनाओं को पूरा करने और जनता को बेहतर सुविधाएं देने में मदद मिलती है। भारत में राजस्व संग्रहण की शुरुआत ब्रिटिश काल से होती है, जब 1765 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल, बिहार और उड़ीसा का दीवानी हक हासिल किया था। उस समय ज़मींदारी व्यवस्था के तहत कर वसूला जाता था। आज़ादी के बाद सरकार ने कर प्रणाली को सुव्यवस्थित किया और विभिन्न विभागों के माध्यम से राजस्व एकत्र किया जाने लगा।

बैठक में क्या फैसले लिए गए?

सभी विभागों को वित्तीय वर्ष के अंत तक 100% लक्ष्य पूरा करने का निर्देश।
खनन विभाग को अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश।
निबंधन और उत्पाद विभाग को अपनी राजस्व वसूली में सुधार के लिए नई रणनीति अपनाने की सलाह।
नगर परिषद और अन्य स्थानीय निकायों को संपत्ति कर और अन्य स्रोतों से अधिक राजस्व वसूलने के निर्देश।

कौन-कौन रहे मौजूद?

इस महत्वपूर्ण बैठक में उत्पाद विभाग, परिवहन विभाग, मोटरयान निरीक्षक, मत्स्य विभाग, नगर परिषद, खनन विभाग, निबंधक विभाग समेत अन्य सभी प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।

राजस्व संग्रहण को लेकर जमशेदपुर प्रशासन पूरी तरह गंभीर है। कई विभागों ने शानदार प्रदर्शन किया है, तो कुछ अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। खासकर खनन विभाग की धीमी प्रगति को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। अगले कुछ महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सभी विभाग तय लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे या नहीं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।