जमशेदपुर पुलिस पर रिश्वत का आरोप, मकान मरम्मत के लिए मांगे तीन लाख रुपये
जमशेदपुर के बिरसानगर में मकान मरम्मत के एवज में तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। एसएसपी से शिकायत की गई, कार्रवाई की मांग।
जमशेदपुर, 23 सितंबर: जमशेदपुर पुलिस पर एक बार फिर रिश्वतखोरी का गंभीर आरोप लगा है। बिरसानगर के जोन नंबर 5 निवासी चन्दन सोरेन ने सोमवार को एसएसपी से मुलाकात कर शिकायत की कि उनके जर्जर मकान की मरम्मत के लिए पुलिस ने तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगी है। चन्दन सोरेन ने यह आरोप लगाया कि उन्होंने पहले भी पुलिस को दो लाख रुपये दिए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें परेशान किया जा रहा है।
चन्दन सोरेन के अनुसार, 19 सितंबर को वे अपने पुराने और जर्जर मकान की मरम्मत करा रहे थे। उसी समय बिरसानगर थाना प्रभारी नीमधारी रजक, सब इंस्पेक्टर पांडू सामद, और चालक पुरेंद्र उर्फ प्रताप उनके घर पहुंचे और काम रुकवा दिया। पुलिसकर्मियों ने उनसे कहा कि अगर वे मकान की मरम्मत करना चाहते हैं तो तीन लाख रुपये देने होंगे।
सोरेन ने बताया कि एक महीने पहले उन्होंने थाना चालक पुरेंद्र उर्फ प्रताप को दो लाख रुपये दिए थे, इसके बावजूद उन्हें फिर से पैसे देने के लिए कहा जा रहा है। जब उन्होंने इस मामले की शिकायत बिरसानगर थाना प्रभारी से की, तो कोई सुनवाई नहीं हुई।
इसके बाद, चन्दन सोरेन ने एसएसपी से मुलाकात कर उचित कार्रवाई की मांग की और पुलिसकर्मियों द्वारा लिए गए पैसे वापस करने की अपील की। उन्होंने अपनी सुरक्षा की भी गुहार लगाई है, क्योंकि उन्हें धमकाया जा रहा है कि पैसे न देने पर अंजाम भुगतना पड़ेगा।
यह मामला जमशेदपुर पुलिस के दामन पर एक और दाग के रूप में सामने आया है। पहले से ही कई विवादों में घिरी पुलिस के इस मामले ने एक बार फिर जनता के बीच सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि एसएसपी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और दोषी पुलिसकर्मियों पर क्या कार्रवाई होती है।
इस घटना ने इलाके में चर्चा का माहौल बना दिया है और लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
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