Jamshedpur Crime Raid: बागबेड़ा में छापेमारी, 315 बोर की गोलियों के साथ तस्कर धराया, गैंग का पर्दाफाश करने में जुटी पुलिस
जमशेदपुर पुलिस ने बागबेड़ा से अवैध हथियार तस्कर गुड्डू रब्बानी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब उसके नेटवर्क को खंगाल रही है। जानें, झारखंड में कैसे फल-फूल रहा है यह धंधा।

जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए अवैध हथियार के धंधे में लिप्त गुड्डू रब्बानी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 315 बोर की 10 गोलियाँ बरामद हुई हैं। यह गिरफ्तारी सिर्फ एक अपराधी तक सीमित नहीं है, बल्कि पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए छापेमारी कर रही है।
कैसे हुआ भंडाफोड़? गुप्त सूचना से टूटा तस्करी का खेल
बागबेड़ा थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नागाडीह गांव के पास कुछ लोग अवैध हथियारों की खरीद-बिक्री कर रहे हैं। इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने रणनीति बनाकर इलाके में दबिश दी और एक आरोपी को मौके से धर दबोचा।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को संदेह है कि यह कोई छोटा-मोटा सौदा नहीं, बल्कि एक बड़े तस्करी गिरोह की कड़ी हो सकती है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि गुड्डू रब्बानी इन हथियारों को कहाँ से लाता था और किन-किन अपराधियों को सप्लाई करता था।
गुड्डू रब्बानी का आपराधिक इतिहास, पहले भी कर चुका है फायरिंग
गिरफ्तार गुड्डू रब्बानी का आपराधिक रिकॉर्ड भी कम नहीं है। वह पहले भी सुंदरनगर थाना क्षेत्र में फायरिंग की घटना में शामिल रह चुका है। पुलिस के अनुसार, वह लंबे समय से इस धंधे में सक्रिय था और शहर में अवैध हथियारों की सप्लाई करता था।
अवैध हथियार तस्करी: झारखंड में क्यों बन रहा है बड़ा खतरा?
झारखंड में अवैध हथियारों की तस्करी लगातार चिंता का विषय बनी हुई है। राज्य में अपराध और नक्सली गतिविधियों के चलते अवैध हथियारों की मांग बनी रहती है।
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बिहार और बंगाल से होता है सप्लाई – झारखंड में सबसे ज्यादा अवैध हथियार बिहार और बंगाल के सीमावर्ती इलाकों से लाए जाते हैं। मुंगेर, जो अवैध हथियार निर्माण के लिए कुख्यात है, वहां से भारी संख्या में हथियार झारखंड पहुँचते हैं।
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राजनीति और अपराध का गठजोड़ – चुनावी समय में भी हथियारों की मांग बढ़ जाती है। कई बार राजनीतिक दलों के स्थानीय गुर्गे अपराधियों से हथियार खरीदते हैं।
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नक्सलवाद और स्थानीय गैंग्स – झारखंड में सक्रिय नक्सली संगठनों और अपराधी गिरोहों के कारण अवैध हथियारों की सप्लाई एक बड़े कारोबार के रूप में विकसित हो चुकी है।
पुलिस का बड़ा अभियान, अब किन पर गिरेगी गाज?
गुड्डू रब्बानी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसके नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है। मुख्य सवाल यह है कि –
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हथियारों की सप्लाई लाइन क्या है? – गुड्डू रब्बानी हथियार कहाँ से लाता था?
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और कौन-कौन हैं गिरोह में शामिल? – क्या इसके पीछे कोई बड़ा सरगना है?
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किन घटनाओं में इन हथियारों का इस्तेमाल हुआ? – क्या पूर्व में हुई किसी हत्या या लूट में यही हथियार इस्तेमाल हुए?
फिलहाल, पुलिस ने गुड्डू रब्बानी को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है और उसकी बाइक भी जब्त कर ली गई है।
क्या झारखंड में और भी सक्रिय हैं ऐसे गिरोह?
झारखंड में अवैध हथियारों का धंधा नई बात नहीं है। लेकिन हाल के वर्षों में पुलिस लगातार इन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
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2023 में भी जमशेदपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया था, जो नकली लाइसेंस पर हथियार बेचता था।
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बिहार-झारखंड के सीमावर्ती इलाकों में कई ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जो चोरी-छिपे हथियारों की सप्लाई करते हैं।
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स्थानीय अपराधी और बाहरी तस्कर मिलकर शहरों और ग्रामीण इलाकों में ये हथियार बेचते हैं।
पुलिस की अगली कार्रवाई, क्या जल्द होगा बड़ा खुलासा?
गुड्डू रब्बानी की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसके संपर्क में और कौन-कौन लोग थे। पुलिस इस मामले में जल्द ही कुछ और नामों का खुलासा कर सकती है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार,
"अगर गुड्डू रब्बानी गहरी पूछताछ में सहयोग करता है, तो हम जल्द ही इस पूरे गैंग का सफाया कर सकते हैं।"
अब देखना यह होगा कि पुलिस आगे और कितने तस्करों को पकड़ पाती है। क्या यह सिर्फ एक शुरुआत है, या फिर झारखंड में किसी बड़े हथियार नेटवर्क का भंडाफोड़ होने वाला है?
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