Jamshedpur Philosophy: जमशेदपुर के गर्ल्स कॉलेज में दर्शनशास्त्र विभाग ने मनाया विश्व दर्शन दिवस, 7 क्षेत्रों में रोजगार के बारे में हुए बड़े खुलासे, आपका करियर बदल सकते हैं ये 3 मूलभूत प्रश्न
साकची के ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज फॉर वूमेन में विश्व दर्शन दिवस मनाया गया। छात्राओं ने वर्तमान परिदृश्य में दर्शनशास्त्र की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। विभाग ने 7 बड़े रोजगार विकल्पों के बारे में खुलासे किए हैं। दर्शनशास्त्र आलोचनात्मक सोच विकसित करता है और सही-गलत जैसे मूलभूत प्रश्न समझने में मदद करता है।
जमशेदपुर, 20 नवंबर 2025 – आज सिर्फ एक तारीख नहीं थी, बल्कि यह वैश्विक सोच और मानवता के मूलभूत प्रश्नों को याद करने का दिन था। जमशेदपुर के प्रतिष्ठित द ग्रैजुएट स्कूल कॉलेज फॉर वूमेन (The Graduate School College for Women), साकची में आज विश्व दर्शन दिवस (World Philosophy Day) मनाया गया। इस अवसर पर दर्शनशास्त्र विभाग ने विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति कुमारी एवं सहायक प्राध्यापिका डॉ. सोनी सिन्हा के मार्गदर्शन में एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस कार्यक्रम ने युवा छात्राओं के मन में केवल ज्ञान की ललक ही नहीं जगाई, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि दर्शनशास्त्र आज के समय में कितना प्रासंगिक है और करियर के कितने बड़े रास्ते खोलता है।
भाषण प्रतियोगिता: सही-गलत के मूलभूत प्रश्न
भाषण प्रतियोगिता का केंद्रबिंदु दो महत्वपूर्ण विषय रहे: "वर्तमान परिदृश्य में दर्शनशास्त्र विषय की उपयोगिता" और "दर्शनशास्त्र विषय में रोजगार के अवसर"।
-
छात्राओं की भागीदारी: आस्था कुमारी, साम्या परवीन, पल्लवी सिट, संरूपा राणा, सुलोचना गोप और वर्षा गोप समेत अत्यधिक संख्या में छात्राओं ने अपनी सहभागिता दर्ज की। उनकी आलोचनात्मक सोच (Critical Thinking) ने कार्यक्रम को एक नई ऊंचाई दी।
3 मूलभूत प्रश्न: जो बदलते हैं जीवन
कार्यक्रम की शुरुआत में दर्शनशास्त्र के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि यह विषय व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में क्यों जरूरी है।
-
आलोचनात्मक सोच: दर्शन व्यक्ति में तर्क और आलोचनात्मक सोच को विकसित करता है, जो आज के सूचना क्रांति के दौर में सबसे मूलभूत क्षमता है।
-
सामाजिक मूल्यों का आधार: यह सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों को प्रश्रय देता है और व्यक्ति को अधिक जिम्मेदार नागरिक बनाता है।
-
मूलभूत सवालों को समझना: यह विषय सही-गलत, न्याय-अन्याय और जीवन के उद्देश्य जैसे बुनियादी प्रश्नों को समझने में मदद करता है।
दर्शनशास्त्र के बाद 7 बड़े करियर के खुलासे
एक आम धारणा है कि दर्शनशास्त्र विषय में करियर के विकल्प सीमित हैं, लेकिन विभाग ने इस धारणा को पूरी तरह बदल दिया।
स्नातक (Graduation) के बाद दर्शनशास्त्र विषय के माध्यम से 7 से अधिक महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रोजगार के बेहतरीन विकल्प बताए गए:
-
कानून (Law): तार्किक क्षमता के कारण वकालत के क्षेत्र में सफलता।
-
मीडिया और पत्रकारिता (Media and Journalism): गहन विश्लेषण की क्षमता।
-
सरकारी सेवा (Civil Services): UPSC और राज्य सेवा परीक्षाओं के लिए मूल विषय का काम करना।
-
शिक्षण (Teaching): स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालयों तक में पढ़ाने के अवसर।
-
गैर सरकारी संगठन (NGO): सामाजिक और नैतिक समस्याओं को समझने में मदद।
-
लेखक या समीक्षक (Author/Critic): गहन विचार और अभिव्यक्ति की क्षमता।
-
मानव संसाधन (HR): सही निर्णय लेने और नैतिक समस्याओं को सुलझाने में मदद।
सभी प्रतिभागियों को उनके प्रोत्साहन के लिए विभाग द्वारा उपहार स्वरूप एक कलम भेंट की गई, जो ज्ञान और लेखन के महत्व को दर्शाती है।
What's Your Reaction?


