Jamshedpur Murder: Sunil Singh की हत्या के मामले में नया मोड़, सागर उर्फ बिट्टू कामत और मुकेश कुमार पर मामला दर्ज
बिरसानगर निवासी सुनील सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने सागर कामत और मुकेश कुमार पर मामला दर्ज किया है। जानिए क्या है इस हत्याकांड के पीछे का सच और क्या पुरानी रंजिश का हाथ है?
17 नवम्बर, 2024: जमशेदपुर के टेल्को थाना क्षेत्र में शनिवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। बिरसानगर निवासी 44 वर्षीय सुनील सिंह को अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने सुनील के बेटे रणधीर के बयान पर कार्रवाई करते हुए सागर उर्फ बिट्टू कामत और मुकेश कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कैसे हुआ सुनील सिंह का कत्ल?
सुनील सिंह शनिवार को अपने दोस्त मोहम्मद सलमान के साथ स्कूटी पर घर से निकले थे। सुबह करीब 10:45 बजे वह घर से निकले, लेकिन दो घंटे बाद, सलमान ने रणधीर को फोन करके सूचित किया कि उसके पिता को सी2 तालाब के पास गोली मारी गई है। रणधीर के अनुसार, सुनील सिंह को घायल अवस्था में टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुनील के शरीर पर दाहिने गाल, सिर और पीठ में गोली के निशान थे।
आखिरकार कौन है हत्यारा?
रणधीर ने अपने बयान में बताया कि उनके पिता सुनील सिंह जमशेदपुर में टाटा मोटर्स के चेसिस को ट्रांसपोर्ट करने का काम करते थे। उनके मातहत करीब 150 से 200 चालक काम करते थे। ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में काम करने के कारण सुनील सिंह को कई बार धमकियां मिली थीं। पिछले साल ही जोजोबेड़ा के सागर कामत उर्फ बिट्टू कामत ने उनसे 4 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। जब सुनील ने इसका विरोध किया, तो बिट्टू कामत ने उनके ड्राइवर के साथ मारपीट की थी, जिसके बाद गोविंदपुर थाना में मामला दर्ज किया गया था।
क्या पुरानी रंजिश है हत्या का कारण?
रणधीर ने यह भी बताया कि दो महीने पहले भुइयांडीह ग्वाला बस्ती निवासी कुंदन यादव के साथी मुकेश कुमार ने भी उनके पिता को धमकी दी थी, इस बार ट्रांसपोर्ट बिजनेस को लेकर। इन धमकियों के बावजूद, सुनील सिंह ने कभी भी डर के आगे नहीं झुका। रणधीर का कहना है कि इन सभी घटनाओं ने इस हत्या के माहौल को तैयार किया।
क्या पुलिस के हाथ में कोई ठोस सबूत है?
पुलिस ने मामले में सागर कामत और मुकेश कुमार को आरोपी बनाया है, लेकिन क्या उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं? फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। हालाँकि, सुनील सिंह के व्यवसायिक प्रतिद्वंद्वियों और रंगदारी के आरोपों से यह साफ है कि यह हत्या किसी व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम हो सकती है। पुलिस की प्राथमिक जांच के अनुसार, सुनील सिंह के खिलाफ हो रही धमकियां और उनका नकारात्मक प्रतिक्रिया ही इस हत्या का कारण हो सकती हैं।
आगे क्या होगा?
अब पुलिस इस हत्या के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। क्या यह हत्या एक संगठित अपराध का हिस्सा है, या सिर्फ व्यक्तिगत रंजिश के कारण किया गया था? पुलिस ने मामले की जांच को प्राथमिकता दी है, और जल्द ही इस मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं।
इस हत्या ने न केवल सुनील सिंह के परिवार को हिलाकर रख दिया है, बल्कि पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है। इस मामले की गुत्थी सुलझने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि क्या इसके पीछे कोई बड़ा अपराधी गैंग है, या फिर यह सिर्फ एक व्यक्तिगत द्वंद्व का परिणाम था।
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