Jamshedpur Fraud: उलीडीह से गिरफ्तार सोनू, कैसे करता था लोगों के बैंक खाते की जानकारी भेजकर मंगाता था पैसे!
उलीडीह से गिरफ्तार सोनू कुमार का साइबर अपराध का बड़ा खुलासा, कैसे मंगवाता था पैसे और भेजता था बैंक खाते की जानकारी विदेशों में।
जमशेदपुर: उलीडीह थाना क्षेत्र के मून सिटी के पास स्थित कृतिका अपार्टमेंट में रहने वाला सोनू कुमार उर्फ सूरज एक शातिर साइबर अपराधी है, जिसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद सोनू को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सोनू के पास से ब्रिटेन, दुबई और सऊदी अरब के सिम कार्ड बरामद किए हैं। इसके साथ ही उसकी बैंक खातों की जांच भी की गई, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
सोनू का क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बड़ा खेल
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, सोनू कुमार का नेटवर्क भारत समेत कई देशों में फैला हुआ था। वह क्रिप्टोकरेंसी, विशेषकर यूएसडीटी (Tether) के माध्यम से पैसे मंगवाता था। यूएसडीटी का मूल्य अमेरिका डॉलर के बराबर होता है, और एक यूएसडीटी की कीमत भारत में लगभग 89.39 रुपये है। यही नहीं, सोनू और उसके गिरोह के सदस्य लोगों के बैंक खाते की डिटेल्स साइबर अपराधियों को विदेशों में भेजते थे, और बदले में उन्हें क्रिप्टोकरेंसी के रूप में पैसे मिलते थे।
कैसे काम करता था गिरोह?
सोनू कुमार ने दिल्ली और ब्रिटेन स्थित साइबर अपराधी गिरोह से जुड़कर लोगों के बैंक खातों की डिटेल्स हासिल करना शुरू किया था। वह इन डिटेल्स को दुबई और ब्रिटेन में स्थित अपने आकाओं को भेजता था। इस प्रक्रिया के दौरान वह यूएसडीटी की मदद से पैसों का लेन-देन करता था। इस साइबर अपराधी गिरोह का मुख्यालय दुबई और ब्रिटेन में था, जिससे सोनू कुमार के संपर्क थे।
दिल्ली पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में अब तक हैदराबाद, मुजफ्फरपुर (बिहार) और किशनगंज से तीन अन्य युवकों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की है, जिनमें कोलकाता और दिल्ली के कुछ इलाकों को भी शामिल किया गया है। पुलिस ने सोनू के पास से तीन मोबाइल, चार लैपटॉप और कई सिम कार्ड भी बरामद किए हैं।
यूएसडीटी क्या है?
यूएसडीटी एक ‘स्टेबलकॉइन’ है, जिसका मूल्य हमेशा एक अमेरिकी डॉलर के बराबर होता है। इसे विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में स्थिरता लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यूएसडीटी को क्रिप्टो एक्सचेंज या पीयर-टू-पीयर प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से आसानी से नकद या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में बदला जा सकता है। इसके द्वारा किए गए लेन-देन के कारण इसे ‘डिजिटल डॉलर’ भी कहा जाता है।
सोनू कुमार का अतीत: मछली व्यापार से साइबर अपराध तक
दिलचस्प बात यह है कि सोनू कुमार बिहार के आरा का रहने वाला है, और वह पहले रांची में अपने रिश्तेदार के साथ मछली का कारोबार करता था। लेकिन अब वह साइबर अपराधों में शामिल हो चुका था, जो देश और विदेशों में फैला हुआ था। उसे अब कई महत्वपूर्ण जानकारियों को डिलीट करने का प्रयास करते हुए गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस उसके लैपटॉप से इस गिरोह की कई अहम जानकारी रिकवर करने में जुटी हुई है।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में केस नंबर 552/24 दर्ज किया है और लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के अन्य सदस्य भी दिल्ली और कोलकाता में सक्रिय हैं, और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
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