Jamshedpur Takes Action: नो पार्किंग में वाहन खड़ा करने पर जुर्माना
जमशेदपुर में एसडीएम धालभूम के नेतृत्व में नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करने पर चलाया गया अभियान। जानें कैसे शहरवासी जाम मुक्त शहर बनाने में योगदान दे सकते हैं।
जमशेदपुर: शहर को जाम मुक्त बनाने और सड़कों पर अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन लगातार कड़े कदम उठा रहा है। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल के निर्देश पर और एसडीएम धालभूम श्रीमती शताब्दी मजूमदार के नेतृत्व में सातवें दिन भी नो पार्किंग जोन में वाहन खड़े करने वालों के खिलाफ कड़ा अभियान जारी रहा। यह अभियान विशेष रूप से साकची और बिष्टुपुर क्षेत्रों में संचालित किया गया, जहाँ सड़क पर वाहनों का अतिक्रमण गंभीर समस्या बन चुका है।
नियमों का उल्लंघन, जुर्माना भी बढ़ेगा
अधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य जाम मुक्त शहर बनाने के साथ-साथ शहरवासियों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना है। एसडीएम धालभूम ने इस अभियान के दौरान कहा,
"हमारा मुख्य लक्ष्य है कि सड़कों पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण ना हो और नो पार्किंग में खड़े वाहनों से जाम की समस्या ना उत्पन्न हो। इससे न केवल सड़क यातायात प्रभावित होता है, बल्कि लोगों को समय पर अपनी मंजिल तक पहुंचने में भी दिक्कत होती है।"
उन्होंने यह भी अपील की कि शहरवासियों को इस अभियान में प्रशासन से सहयोग करना चाहिए, ताकि जाम की समस्या को हमेशा के लिए समाप्त किया जा सके।
"जब लोग नो पार्किंग जोन में अपने वाहन खड़ा करते हैं तो इसके कारण सड़कों पर अव्यवस्था फैलती है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि शहरवासी सड़क पर वाहनों को सही जगह पर पार्क करें ताकि यातायात सुचारु रूप से चल सके।"
साकची और बिष्टुपुर में छापेमारी
इस अभियान के तहत साकची और बिष्टुपुर में विशेष छापेमारी की गई। इन क्षेत्रों में जगह-जगह वाहन खड़े होने के कारण जाम की स्थिति पैदा हो रही थी।
जांच अभियान में शामिल अधिकारियों ने नो पार्किंग में खड़े वाहनों का चालान किया और जुर्माना वसूल किया। इस कार्रवाई से क्षेत्र में एक नया संदेश गया कि अब बिना किसी झंझट के नियमों का पालन करना होगा।
शहरवासियों से सहयोग की अपील
एसडीएम शताब्दी मजूमदार ने कहा,
"शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा। अब तक बाजार और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में काफी सुधार हुआ है, लेकिन इसमें और अधिक सुधार की आवश्यकता है। अगर हम सभी मिलकर सहयोग करें तो जमशेदपुर को जाम मुक्त और सुरक्षित बनाया जा सकता है।"
यहां तक कि प्रशासन ने उन वाहन मालिकों के लिए चेतावनी जारी की जो बार-बार नो पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करते हैं। यदि कोई व्यक्ति दोबारा ऐसा करता पाया जाता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अभियान में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस जांच अभियान में कार्यपालक दण्डाधिकारी श्री चंद्रजीत सिंह, एमवीआई श्री सूरज हेंब्रम, ट्रैफिक इंस्पेक्टर श्री मनोज कुमार और अन्य पदाधिकारी तथा कर्मी भी शामिल थे। इन अधिकारियों ने सड़क पर नियमों के उल्लंघन पर कड़ी नजर रखी और जुर्माना वसूलने के साथ-साथ शहरवासियों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक भी किया।
जाम मुक्त शहर का सपना
शहर में जाम की समस्या कोई नई नहीं है, बल्कि यह वर्षों से चली आ रही एक गंभीर समस्या है। परंतु, प्रशासन की तरफ से चलाए जा रहे इस अभियान से यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में जमशेदपुर एक जाम मुक्त शहर बनेगा, जहां लोग समय पर अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच सकेंगे।
शहरवासियों की जिम्मेदारी यह है कि वे प्रशासन के इस कदम में पूरा सहयोग करें और यातायात के नियमों का पालन करें। नो पार्किंग जोन में वाहन पार्क करने से बचें और जाम की समस्या से निजात पाने में मदद करें।
जमशेदपुर में लगातार चल रहे इस नो पार्किंग अभियान से यह स्पष्ट है कि शहर की सड़कें अब और अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित होंगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य जाम मुक्त शहर बनाना और शहरवासियों को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करना है। प्रशासन का यह अभियान शहरवासियों के सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकता, और इसके लिए सभी को साथ मिलकर काम करना होगा।
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