हनुमान वाटिका मंदिर में साफ-सफाई की कमी से नाराजगी, स्थानीय लोगों ने उठाई आवाज़

गोविंदपुर के श्री श्री हनुमान वाटिका मंदिर में साफ-सफाई की मांग उठी। मंदिर की सदस्य सुनीता सिंह ने जेएनएससी की लापरवाही पर सवाल उठाए। करनदीप सिंह ने इस मामले की जानकारी ट्विटर के माध्यम से जिले के उपायुक्त को दी।

Aug 27, 2024 - 18:29
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हनुमान वाटिका मंदिर में साफ-सफाई की कमी से नाराजगी, स्थानीय लोगों ने उठाई आवाज़
हनुमान वाटिका मंदिर में साफ-सफाई की कमी से नाराजगी, स्थानीय लोगों ने उठाई आवाज़

जमशेदपुर, 25 अगस्त 2024 - गोविंदपुर थाना क्षेत्र स्थित श्री श्री हनुमान वाटिका मंदिर में साफ-सफाई की मांग को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। सुनीता सिंह, जो इस मंदिर की सदस्य हैं, ने बताया कि जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटी (जेएनएससी) की ओर से मंदिर की सफाई के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मंदिर 1975 में स्थापित किया गया था और यह टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के ठीक सामने स्थित है।

हाल ही में हुई बारिश के कारण मंदिर परिसर में झाड़ियों का अंबार लग गया है, जिससे मंदिर अब एक जंगल जैसा दिखने लगा है। सफाई न होने के कारण भक्तों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या की सूचना मिलते ही स्थानीय युवा समाजसेवी करनदीप सिंह ने मंदिर का दौरा किया और वहां की स्थिति का जायजा लिया।

करनदीप सिंह ने बताया कि मंदिर की साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब है। मंदिर के आसपास घनी झाड़ियां उग आई हैं, जिनकी कटाई नहीं की गई है। मंदिर कमेटी के सदस्यों ने भी इस बात की पुष्टि की कि यह मंदिर जेएनएससी की देखरेख में आता है, लेकिन उनके द्वारा किसी भी तरह की सफाई या देखरेख नहीं की जा रही है।

करनदीप सिंह ने इस गंभीर मुद्दे को जिले के उपायुक्त के ध्यान में लाने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। उन्होंने उपायुक्त को इस संबंध में एक ट्वीट कर जानकारी दी है और आशा जताई है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा।

स्थानीय निवासियों और भक्तों का मानना है कि हनुमान वाटिका जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। वे उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करेगा ताकि मंदिर परिसर को साफ-सुथरा और भक्तों के लिए सुविधाजनक बनाया जा सके।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।