श्रावण की तृतीय सोमवारी पर सूर्य मंदिर समिति द्वारा निकाली गई भव्य जलाभिषेक यात्रा

श्रावण मास की तृतीय सोमवारी पर सूर्य मंदिर समिति ने भव्य जलाभिषेक यात्रा का आयोजन किया। इसमें ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास, चंद्रगुप्त सिंह, भाजपा कार्यकर्ता, जमशेदपुर की महिलाएं और अन्य गणमान्य सदस्य शामिल हुए।

Aug 5, 2024 - 09:33
Aug 5, 2024 - 11:10
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श्रावण की तृतीय सोमवारी पर सूर्य मंदिर समिति द्वारा निकाली गई भव्य जलाभिषेक यात्रा
श्रावण की तृतीय सोमवारी पर सूर्य मंदिर समिति द्वारा निकाली गई भव्य जलाभिषेक यात्रा

श्रावण के पवित्र मास की तृतीय सोमवारी पर जमशेदपुर के सूर्य मंदिर समिति द्वारा भव्य जलाभिषेक यात्रा का आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जो शहर के विभिन्न हिस्सों से आए थे। मुख्य अतिथि के रूप में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने इस यात्रा को शुभारंभ किया। उनके साथ चंद्रगुप्त सिंह, भाजपा के कार्यकर्ता, जमशेदपुर की महिलाएं और कई अन्य गणमान्य सदस्य भी उपस्थित थे।

यात्रा की शुरुआत स्वर्णरेखा नदी के पास स्थित हरि मैदान से हुई, जहां से सुल्तानगंज से लाया गया गंगाजल सभी श्रद्धालुओं को वितरित किया गया। श्रद्धालुओं ने अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ जल लेकर सिद्धगोरा स्थित सूर्य मंदिर पहुंचे। वहां भगवान शिव का जलाभिषेक किया गया।

इस भव्य यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। उन्होंने गंगाजल को अपने कंधों पर रखकर यात्रा की और भगवान शिव को अर्पित किया। हरि मैदान से सूर्य मंदिर तक की यह यात्रा धार्मिक भक्ति और उत्साह से भरपूर थी।

भाजपा के कार्यकर्ता और अन्य गणमान्य सदस्यों ने भी इस यात्रा में भाग लिया और भगवान शिव की आराधना की। जमशेदपुर की महिलाएं भी बड़ी संख्या में इस यात्रा में शामिल हुईं, जिससे यह आयोजन और भी विशेष बन गया।

श्रद्धालुओं ने सुल्तानगंज से लाए गए गंगाजल को अत्यंत श्रद्धा से भगवान शिव को अर्पित किया और अपने परिवार एवं समाज की सुख-समृद्धि की कामना की। यात्रा के दौरान भजन-कीर्तन और धार्मिक गीतों का भी आयोजन किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।

सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं की भीड़ और व्रतधारी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बाबा बैद्यनाथ धाम की तर्ज पर अरघा के माध्यम से जलार्पण की तैयारी की गई थी। पूरे रास्ते में यातायात नियंत्रण और सूर्य मंदिर में सहयोग के लिए 200 से अधिक सूर्य धाम सेवक सक्रिय थे। यात्रा में अनुशासन पर विशेष जोर दिया गया था। यात्रा के दौरान पूरे रास्ते में स्वच्छ और निर्मल जल के छिड़काव की व्यवस्था की गई थी। इसके साथ ही भक्तगणों ने शंख मैदान में स्थापित द्वादश ज्योतिर्लिंग के स्वरूप के दर्शन भी किए।

सूर्य मंदिर समिति ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समिति के सदस्यों ने यात्रा के समापन पर सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया और उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

इस प्रकार, श्रावण मास की तृतीय सोमवारी पर आयोजित इस भव्य जलाभिषेक यात्रा ने न केवल श्रद्धालुओं को धार्मिक अनुभव प्रदान किया, बल्कि समाज में एकता और भक्ति की भावना को भी प्रबल किया। इस धार्मिक आयोजन से सभी ने भगवान शिव की कृपा प्राप्त की और मन की शांति का अनुभव किया।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।