Giridih Grief: अंतिम यात्रा बन गया सफर! गिरिडीह-जामताड़ा मार्ग पर भीषण हादसा, मैयत में जा रहे वृद्ध की मौके पर मौत, 4 घायल रेफर
गिरिडीह-जामताड़ा मुख्य मार्ग पर गांडेय के कस्तूरबा मोड़ के पास बाइक और ऑटो की भीषण टक्कर। मैयत में शामिल होने जा रहे गांडेय के रज्जाक मियां (70) की मौके पर मौत, चार अन्य घायल सदर अस्पताल रेफर। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गुरुवार का दिन गिरिडीह के गांडेय क्षेत्र के लिए एक अत्यंत दर्दनाक और हैरान कर देने वाला साबित हुआ। यहां गिरिडीह–जामताड़ा मुख्य मार्ग पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसने एक ऐसे वृद्ध की जान ले ली, जो किसी और के अंतिम संस्कार (मैयत) में शामिल होने जा रहे थे। क्या किसी ने सोचा था कि जिस सफर पर वे किसी और को अलविदा कहने निकले थे, वही सफर उनकी जिंदगी का अंतिम ठहराव बन जाएगा?
यह घटना गिरिडीह की सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करती है। मंडरडीह निवासी रज्जाक मियां (70 वर्ष) की मौके पर ही हुई मौत ने उनके परिजनों के साथ-साथ पूरे इलाके को शोकाकुल कर दिया है।
दो विपरीत दिशाओं की टक्कर
घटना दोपहर में गांडेय के कस्तूरबा मोड़ के समीप हुई। जानकारी के अनुसार, हादसा दो विपरीत उद्देश्यों से आ रहे वाहनों के बीच हुआ।
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मैयत का सफर: मंडरडीह निवासी रज्जाक मियां अपने परिजनों के साथ एक ऑटो में सवार थे और किसी रिश्तेदार की मैयत में शामिल होने के लिए घाटकुल गांव की ओर जा रहे थे।
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मेला से वापसी: दूसरी ओर, गिरिडीह के चमरखो का एक बाइक सवार व्यक्ति फुलजोरी से जतरा मेला देख कर वापस लौट रहा था।
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जोरदार टक्कर: कस्तूरबा मोड़ के पास अचानक बाइक और ऑटो के बीच जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो में सवार रज्जाक मियां की मौके पर ही मौत हो गई।
चार घायल रेफर, पुलिस जांच में जुटी
हादसे के बाद मौके पर देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस दुर्घटना में चार अन्य लोग भी घायल हो गए।
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प्राथमिक उपचार: स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को गांडेय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) भेजा गया। वहां सभी घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया।
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बेहतर इलाज: चूंकि घायल गंभीर थे, इसलिए सभी को बेहतर इलाज के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
मौके पर पहुँची गांडेय थाने की पुलिस ने शव को जब्त करने की औपचारिकता पूरी की। कागजी कार्यवाही के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है।
यह घटना एक बार फिर तेज रफ्तार और यातायात नियमों के उल्लंघन के गंभीर नतीजों को दिखाती है। किसी की खुशी (मेला से वापसी) और किसी के दुख (मैयत में शामिल होना) के बीच का यह रास्ता एक परिवार के लिए सबसे बड़ा सदमा बन गया।
आपकी राय में, त्योहारों और आयोजनों के समय सड़कों पर बढ़ती भीड़ और तेज रफ्तार को रोकने के लिए प्रशासन को कौन से दो अस्थायी और प्रभावी कदम उठाने चाहिए?
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