Dhanbad हादसा: सड़क किनारे खड़ी महिला को ट्रक ने मारी टक्कर, गुस्साए लोगों ने किया हंगामा!

Dhanbad में सड़क हादसे में दो लोगों की मौत, तीन घायल! हादसे के बाद ग्रामीणों ने किया जबरदस्त हंगामा, जानिए कैसे सड़क चौड़ीकरण की लापरवाही ने ली दो जिंदगियां।

Feb 13, 2025 - 15:35
 0
Dhanbad हादसा: सड़क किनारे खड़ी महिला को ट्रक ने मारी टक्कर, गुस्साए लोगों ने किया हंगामा!
Dhanbad हादसा: सड़क किनारे खड़ी महिला को ट्रक ने मारी टक्कर, गुस्साए लोगों ने किया हंगामा!

धनबाद: गोविंदपुर-साहिबगंज रोड पर बुधवार शाम एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। सड़क किनारे खड़ी महिला समेत दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सड़क जाम करीब साढ़े तीन घंटे तक जारी रहा, जिससे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।

कैसे हुआ हादसा?

घटना गोविंदपुर-साहिबगंज रोड के कुम्हारडीह मोड़ की है, जहां एक नमकीन फैक्ट्री से काम करके लौट रहे मजदूर टेंपो से उतर रहे थे। अचानक पीछे से आ रहे एक सीमेंट लदे ट्रक (JH 10CD 8822) ने तेज रफ्तार में टेंपो को टक्कर मार दी। टेंपो से उतर रही 45 वर्षीय मंजू देवी और 45 वर्षीय जयप्रकाश राय को ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

घायलों का हाल

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायलों को एसएनएमएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में गीता देवी (35 वर्ष), संदीप कुमार और एक अन्य व्यक्ति शामिल हैं। डॉक्टरों ने बताया कि सभी घायलों की स्थिति स्थिर है, लेकिन उनमें से दो की हालत नाजुक बनी हुई है।

सड़क जाम और ग्रामीणों का गुस्सा

घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया और प्रशासन से जवाबदेही की मांग की। ग्रामीणों का आरोप था कि सड़क चौड़ीकरण कार्य में बरती जा रही लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ। उनका कहना था कि सड़क किनारे पर्याप्त जगह न होने के कारण दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने चौड़ीकरण कार्य को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए:

  • सड़क के दोनों ओर ऊंची संरचनाएं बना दी गई हैं, जिससे मुख्य सड़क संकरी हो गई है।

  • सड़क पार करने, वाहन मोड़ने और सवारी गाड़ियों के रुकने में दिक्कत हो रही है।

  • ठेकेदार और कंपनी को सुरक्षा मानकों का पालन करने की जरूरत है।

प्रशासन की पहल, देर रात हटा जाम

रात करीब 9 बजे प्रशासन ने हस्तक्षेप किया। अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार के निर्देश पर अंचलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार दुबे और पुलिस इंस्पेक्टर रुस्तम अली मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। लेकिन मामला इतना संवेदनशील था कि सड़क जाम रात 11 बजे के बाद ही हट सका। अधिकारियों ने मृतकों के परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ देने का आश्वासन दिया।

मुआवजा और सरकारी सहायता

प्रशासन और स्थानीय नेताओं की वार्ता के बाद मृतकों के परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना या अबुआ आवास योजना का लाभ देने की घोषणा की गई। इसके अलावा:

  • अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक सहायता दी गई।

  • परिवारों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने का निर्णय लिया गया।

  • ट्रक मालिक से मुआवजे की मांग की गई।

  • एक भूमिहीन मृतक के परिवार को तीन डिसमिल जमीन आवंटित करने का वादा किया गया।

धनबाद में सड़क हादसों का बढ़ता खतरा

धनबाद में सड़क दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, झारखंड में हर साल हजारों लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं। खासकर, सड़क निर्माण और चौड़ीकरण के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी बड़ी दुर्घटनाओं की वजह बन रही है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर प्रशासन सड़क किनारे पर्याप्त जगह छोड़े, गति सीमा पर नियंत्रण रखे और ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करे, तो इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।

क्या सबक लेना चाहिए?

यह हादसा केवल एक लापरवाही का नतीजा नहीं है, बल्कि यह सिस्टम की नाकामी को भी दिखाता है। प्रशासन, ठेकेदार और वाहन चालकों को मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।