Dhanbad Mystery: शादी के दो साल बाद बहू की संदिग्ध मौत, आग में झुलसी लाश ने खड़े किए कई सवाल
धनबाद के केंदुआडीह में एक विवाहिता की आग से जलकर संदिग्ध मौत से सनसनी फैल गई है। दो साल की बच्ची की मां विमला देवी की मौत के पीछे की सच्चाई जानने पुलिस कर रही है हर पहलू की जांच।

धनबाद के केंदुआडीह थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक और रहस्यमयी खबर सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। बुधवार की रात, गोधर चौहान बस्ती निवासी और बीसीसीएल कर्मी नागेश्वर चौहान की पुत्रवधू विमला देवी (उम्र 26 वर्ष) की आग में झुलसने से मौत हो गई। मौत की यह घटना न सिर्फ चौंकाने वाली है, बल्कि इसके पीछे छिपे रहस्य ने पुलिस और परिजनों को कई सवालों में उलझा दिया है।
कौन थीं विमला देवी?
मूल रूप से गया जिले के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के सदमा गांव की रहने वाली विमला देवी की शादी मई 2022 में विक्की चौहान से हुई थी। विक्की डेकोरेशन का काम करता है। शादी को अभी महज दो साल ही हुए थे और इस दंपति की एक दो साल की बेटी भी है। लेकिन अचानक आग में जलकर विमला की मौत, सबके लिए एक सदमा बनकर आई है।
घटना की रात क्या हुआ?
बताया जा रहा है कि बुधवार की देर शाम यह हादसा हुआ। लेकिन पुलिस को इस घटना की सूचना रात करीब 8:30 बजे मिली। सूचना मिलते ही केंदुआडीह थाना प्रभारी प्रमोद पांडेय, सब इंस्पेक्टर धीरज मिश्रा, संजय शर्मा समेत अन्य पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे।
पुलिस ने तुरंत विमला के मायके वालों को फोन कर जानकारी दी और वे घटनास्थल पर पहुंचने वाले थे। इसी बीच पुलिस ने इलाके को घेर कर शव को सुरक्षित रखा और घटनास्थल का निरीक्षण शुरू कर दिया।
सवाल जो जवाब मांगते हैं
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह दुर्घटना थी या कोई साजिश? क्या यह आत्महत्या का मामला है, या किसी ने जानबूझकर विमला को आग के हवाले किया?
विमला की दो साल की बेटी और उसका हाल ही में बसा घर इस मौत को और भी रहस्यमय बना देता है।
पुलिस की क्या है प्रतिक्रिया?
थाना प्रभारी प्रमोद पांडेय ने मीडिया को बताया, "हमें सूचना मिली थी कि एक महिला की आग से जलकर मौत हुई है। घटना की जांच शुरू कर दी गई है और मायके वालों के बयान के बाद ही स्थिति और साफ होगी।"
इस वक्त पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है और विमला के मायकेवालों के पहुंचने का इंतजार कर रही है। पुलिस का मानना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पारिवारिक बयान से ही यह तय हो पाएगा कि ये मौत कैसे हुई—दुर्घटना, आत्महत्या या हत्या?
झारखंड में महिलाओं की संदिग्ध मौत के मामले
यह पहली बार नहीं है जब झारखंड में ऐसी कोई खबर आई हो। बीते वर्षों में कई बार दहेज, घरेलू हिंसा या मानसिक प्रताड़ना के चलते नवविवाहिताओं की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है।
2019 में बोकारो, 2021 में जमशेदपुर और 2023 में गिरिडीह में भी ऐसी घटनाएं सामने आई थीं, जहां बहू की मौत को शुरुआत में हादसा बताया गया लेकिन बाद में जांच में हत्या या आत्महत्या का मामला निकला।
क्या कहती है समाज और कानून?
भारत में दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा को लेकर कड़े कानून हैं, लेकिन सामाजिक दबाव और सबूतों की कमी की वजह से कई मामलों में सच्चाई सामने नहीं आ पाती। ऐसे मामलों में पुलिस और समाज दोनों की सतर्कता बेहद जरूरी होती है।
रहस्य से भरी है मौत की ये कहानी
विमला देवी की संदिग्ध मौत ने कई जिंदगियों को झकझोर दिया है—एक मासूम बच्ची मां से वंचित हो गई, एक परिवार टूट गया और एक रहस्य पीछे रह गया।
अब देखने वाली बात ये होगी कि पुलिस अपनी जांच से इस मौत की सच्चाई उजागर कर पाती है या नहीं।
क्या यह एक मामूली हादसा था या फिर कोई खौफनाक साजिश?
फिलहाल पूरे इलाके की निगाहें केंदुआडीह थाना की इस जांच पर टिकी हैं।
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