Bokaro Encounter: लुगू पहाड़ में सवेरे-सवेरे गूंजने लगी गोलियों की आवाज, जंगल कांपा, 8 नक्सली मारे गए

बोकारो जिले के लुगू पहाड़ की तलहटी में सोमवार सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई जबरदस्त मुठभेड़ में 8 नक्सली मारे गए। घंटों चली गोलीबारी के दौरान बरामद हुए अत्याधुनिक हथियार, इलाके में फैली दहशत।

Apr 21, 2025 - 16:30
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Bokaro Encounter: लुगू पहाड़ में सवेरे-सवेरे गूंजने लगी गोलियों की आवाज, जंगल कांपा, 8 नक्सली मारे गए
Bokaro Encounter: लुगू पहाड़ में सवेरे-सवेरे गूंजने लगी गोलियों की आवाज, जंगल कांपा, 8 नक्सली मारे गए

बोकारो ज़िले के घने जंगलों में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब ललपनिया थाना क्षेत्र के चोरगांवां गांव के पास लुगू पहाड़ की तलहटी में पुलिस और नक्सलियों के बीच ताबड़तोड़ मुठभेड़ शुरू हो गई। करीब सुबह 4 बजे शुरू हुई इस भीषण मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने अब तक 8 नक्सलियों को ढेर कर दिया है, जबकि सैकड़ों राउंड गोलियां चल चुकी हैं।

इस ऑपरेशन की पुष्टि खुद डीआईजी कोयलांचल सुरेंद्र कुमार झा ने की है। उन्होंने बताया कि मारे गए नक्सलियों के पास से कई अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किए गए हैं। सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।

इतिहास की पृष्ठभूमि में लुगू पहाड़

लुगू पहाड़ झारखंड के बोकारो जिले में स्थित एक रणनीतिक और ऐतिहासिक स्थल है, जो नक्सल गतिविधियों का एक पुराना गढ़ रहा है। बीते एक दशक में कई बार इस इलाके में नक्सली मूवमेंट की जानकारी मिलती रही है। झारखंड के जंगलों में स्थित यह पहाड़ी क्षेत्र नक्सलियों के लिए शरणस्थली रहा है, जहां से वे छुपकर अपने अभियान चलाते रहे हैं।

मुठभेड़ की लाइव तस्वीर: जंगल कांपा, गांव दहले

जैसे ही सोमवार की सुबह सूरज निकला, चोरगांवां और ललपनिया इलाके में गोलियों की आवाज गूंजने लगी। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर जंगल में क्या हो रहा है। कई ग्रामीण जो महुआ चुनने और चारा लेने जंगल गए थे, गोलीबारी सुनते ही भागकर अपने घर लौट आए।

फायरिंग की आवाज दूर-दूर तक सुनी गई, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। पुलिस ने तुरंत इलाके को चारों ओर से घेर लिया और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया।

वाहनों की सख्त जांच, तलाशी अभियान जारी

मुठभेड़ के दौरान और उसके बाद गोमिया-ललपनिया मुख्य पथ पर जबरदस्त वाहन जांच अभियान शुरू कर दिया गया। तुलबुल सिदो-कान्हू चौक और मुंडा टोली मोड़ के पास पुलिस की टीम हर आने-जाने वाले वाहन की तलाशी ले रही है। पुलिस को आशंका है कि कुछ नक्सली छिपने की कोशिश कर सकते हैं या भाग सकते हैं।

पुलिस की रणनीति: चारों ओर से घेरे में नक्सली

बोकारो एसपी मनोज सावर्गियारी ने बताया कि मुठभेड़ अभी भी जारी है और जंगल में नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया गया है। “हमारे जवान लगातार गोलियां चला रहे हैं। नक्सलियों की संख्या का सटीक आंकड़ा अभी नहीं मिल पाया है, लेकिन ऑपरेशन जल्द पूरा होने की उम्मीद है,” उन्होंने कहा।

सुरक्षा बलों का दावा है कि मुठभेड़ के दौरान नक्सली कमजोर पड़ते जा रहे हैं और जल्द ही या तो वे मारे जाएंगे या आत्मसमर्पण करने को मजबूर होंगे।

डीआईजी का बयान: नक्सलियों को सरेंडर करने की अपील

डीआईजी सुरेंद्र कुमार झा ने कहा कि “अब वक्त आ गया है कि जो भी नक्सली जंगल में छिपे हैं, वे सरेंडर कर दें। अगर वे गोलियां चलाएंगे तो हमारे जवान एक-एक को मार गिराएंगे। लुगू पहाड़ को नक्सलियों से पूरी तरह मुक्त कराया जाएगा।”

आगे की रणनीति: ऑपरेशन अभी जारी

मुठभेड़ स्थल से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस ऑपरेशन अभी थमा नहीं है। पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है और आशंका है कि और भी नक्सली छिपे हो सकते हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बल पूरी तरह अलर्ट हैं और जंगल के कोने-कोने की छानबीन कर रहे हैं।

बोकारो का यह नक्सल मुठभेड़ ऑपरेशन एक बार फिर यह साबित करता है कि झारखंड पुलिस अब नक्सलियों को बख्शने के मूड में नहीं है। सुरक्षाबलों की यह बड़ी सफलता न केवल नक्सल मोर्चे पर निर्णायक झटका है, बल्कि क्षेत्रीय लोगों में विश्वास जगाने वाला कदम भी।

लुगू पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त कराने की यह लड़ाई इतिहास का नया अध्याय बन सकती है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।