टाटा स्टील: प्रबंध निदेशक की वेतन में कटौती
टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन और ईडी कौशिक का वेतन घटा, कंपनी का मुनाफा भी घटा, सालाना रिपोर्ट में खुलासा
टाटा स्टील की ओर से जारी वार्षिक रिपोर्ट में कंपनी के ग्लोबल सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर कौशिक चटर्जी के वेतन में कटौती की जानकारी साझा की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च 2024 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए इन अधिकारियों के वेतनमान में कमी आई है।
एमडी टीवी नरेंद्रन का वेतन
वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन का सालाना वेतन पिछले साल 18 करोड़ 66 लाख 50 हजार 782 रुपये था। वहीं, इस साल यह वेतन घटकर 17 करोड़ 45 लाख 7 हजार 278 रुपये हो गया है। इस आंकड़े के अनुसार, टीवी नरेंद्रन का वेतन इस साल 1 करोड़ 21 लाख 43 हजार 504 रुपये कम हुआ है।
ईडी कौशिक चटर्जी का वेतन
इसी तरह टाटा स्टील के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर कौशिक चटर्जी को पिछले साल 14 करोड़ 21 लाख 17 हजार 785 रुपये वेतन दिया गया था। इसके विपरीत इस साल उनका वेतन घटकर 13 करोड़ 61 लाख 1 हजार 473 रुपये हो गया है। कौशिक चटर्जी के सालाना भुगतान में 60 लाख 16 हजार 312 रुपये की कमी की गई है।
कंपनी के मुनाफे में कमी
टाटा स्टील की वार्षिक रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कंपनी का मुनाफा इस बार घटा है। कंपनी का कुल रेवेन्यू भी समेकित रूप से घटा है। रिपोर्ट के अनुसार, टाटा स्टील का रेवेन्यू पिछले साल 2,43,352.69 करोड़ रुपये था, जो इस साल घटकर 2,229,170.78 करोड़ रुपये हो गया है।
समेकित मुनाफा और टैक्स भुगतान के बाद का घाटा
कंपनी का समेकित मुनाफा टैक्स और भुगतान के बाद भी घाटा हुआ है। पिछले वित्तीय वर्ष में कंपनी का मुनाफा 18,121.86 करोड़ रुपये था, जो इस बार घटकर 6,667.04 करोड़ रुपये रह गया है।
वेतन कटौती का कारण
कंपनी के मुनाफे में आई इस कमी के चलते ऊपर बैठे हुए अधिकारियों के वेतन में कटौती की गई है। यह स्पष्ट है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति और मुनाफे में कमी की वजह से वेतन में यह कटौती की गई है।
समेकित रेवेन्यू में गिरावट
टाटा स्टील का समेकित रेवेन्यू पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम हुआ है। इसके पीछे कई आर्थिक और वित्तीय कारण हो सकते हैं, जिनका असर कंपनी के मुनाफे और वेतन पर पड़ा है।
आर्थिक स्थिति का प्रभाव
इस वेतन कटौती और मुनाफे में कमी का असर न केवल टाटा स्टील पर बल्कि इससे जुड़े सभी हितधारकों पर भी पड़ा है। कंपनी ने इस स्थिति को सुधारने के लिए कई रणनीतियों पर काम करने की योजना बनाई है।
टाटा स्टील की इस वार्षिक रिपोर्ट से यह साफ है कि कंपनी के वित्तीय स्थिति में आई गिरावट का सीधा असर शीर्ष अधिकारियों के वेतन पर पड़ा है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कंपनी के वित्तीय संतुलन को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
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