Jamshedpur Truck Accident : मानगो पुलिया पर ब्रेक फेल से मचा हड़कंप, चालक की सूझबूझ से बचीं सैकड़ों जानें
जमशेदपुर के मानगो पुलिया पर दुर्गा पूजा की भीड़ के बीच टमाटर लदे ट्रक का ब्रेक फेल हो गया। चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया, वरना सैकड़ों जानें खतरे में पड़ सकती थीं।

सोमवार की सुबह शहर के मानगो पुलिया पर उस वक्त अफरातफरी मच गई जब टमाटर से लदा एक ट्रक अचानक ब्रेक फेल हो गया। दुर्गा पूजा के मौके पर जहां हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर मौजूद थे, वहां इस हादसे से बड़ा संकट खड़ा हो सकता था। लेकिन ट्रक चालक की सूझबूझ ने सैकड़ों लोगों की जान बचा ली।
कैसे टला बड़ा हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक अचानक अनियंत्रित हो गया। सामने भीड़ और गाड़ियों का भारी दबाव था। ऐसे में चालक ने बिना समय गंवाए ट्रक को रॉन्ग साइड मोड़ दिया और पुल निर्माण कार्य में लगे हाइड्रा मशीन से टकरा दिया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि आसपास मौजूद लोग सहम गए, लेकिन सौभाग्य से किसी को चोट नहीं आई।
भीड़ का गुस्सा और पुलिस की कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद लोगों में हड़कंप मच गया। गुस्साई भीड़ ने चालक को पकड़कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। हालांकि मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस कर्मियों और अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और चालक को भीड़ से सुरक्षित बाहर निकाला। बाद में उसे मानगो थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया।
पुलिस का बयान और जांच
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चालक की सतर्कता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। ट्रक को जब्त कर लिया गया है और मामले की जांच चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों के दौरान सड़क पर वाहनों का दबाव बढ़ जाता है और ऐसे में वाहन चालकों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
इतिहास में ऐसे हादसे
जमशेदपुर और झारखंड के अन्य हिस्सों में ब्रेक फेल और अनियंत्रित वाहनों के कारण पहले भी हादसे होते रहे हैं। 2019 में मानगो पुलिया के पास ही एक बस का ब्रेक फेल हो गया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। इसी तरह, 2022 में शहर के साकची इलाके में ट्रक के अनियंत्रित हो जाने से तीन लोगों की मौत हो गई थी। इन घटनाओं ने प्रशासन को कई बार चेताया, लेकिन त्योहारों और भीड़भाड़ के समय सुरक्षा इंतजामों की कमी अक्सर सामने आती है।
त्योहार और भीड़भाड़ की चुनौती
दुर्गा पूजा के दौरान जमशेदपुर की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ता है। मानगो पुलिया शहर का एक अहम कनेक्शन पॉइंट है, जहां हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं। ऐसे में किसी भी भारी वाहन का अनियंत्रित होना भीड़ के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारों के दौरान भारी वाहनों के प्रवेश पर सख्ती होनी चाहिए और ट्रैफिक पुलिस को अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए।
चालक की सूझबूझ बनी मिसाल
ट्रक चालक ने जिस तत्परता से ट्रक को भीड़ से बचाकर हाइड्रा मशीन की ओर मोड़ा, वह सड़क सुरक्षा का एक उदाहरण बन गया। अगर ट्रक भीड़ में घुसता, तो सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी। चालक की यह सूझबूझ अब चर्चा का विषय बन गई है।
जमशेदपुर का यह हादसा भले ही टल गया हो, लेकिन यह प्रशासन और नागरिकों दोनों के लिए चेतावनी है। त्योहारों और भीड़भाड़ वाले दिनों में सड़क सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। साथ ही, वाहन चालकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सतर्कता बरतनी होगी।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि एक छोटी-सी गलती या लापरवाही सैकड़ों जिंदगियों को संकट में डाल सकती है, वहीं एक समझदारी भरा कदम उन्हें बचा भी सकता है।
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