Bokaro Alert: बर्ड फ्लू की दस्तक से हड़कंप, मुर्गियों का हो रहा कत्लेआम!
बोकारो में बर्ड फ्लू की पुष्टि! सैकड़ों मुर्गियों को मारा गया, पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध, प्रशासन हाई अलर्ट पर।

बोकारो: झारखंड के बोकारो जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। सेक्टर-12 स्थित राजकीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में सैकड़ों मुर्गियों की मौत के बाद H5N1 वायरस की पुष्टि की गई। इसके बाद पूरे क्षेत्र में मुर्गियों को मारने और पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
बर्ड फ्लू से खौफ, चारों ओर मची दहशत!
बोकारो के पोल्ट्री फार्म में 20 फरवरी से मुर्गियों की अचानक मौत हो रही थी, जिसके बाद सैंपल रांची, कोलकाता और अंत में भोपाल भेजे गए। 7 मार्च को राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (NIHSAD) ने पुष्टि की कि यह बर्ड फ्लू का मामला है।
सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए प्रभावित इलाके को सील कर दिया। एक किलोमीटर के दायरे में मौजूद सभी मुर्गे-मुर्गियों को मारने का आदेश जारी किया गया है, जबकि 10 किलोमीटर के भीतर पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दी गई है।
बर्ड फ्लू क्या है और क्यों है खतरनाक?
बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा कहा जाता है, H5N1 वायरस से फैलने वाला एक जानलेवा संक्रमण है। यह वायरस इंसानों में भी फैल सकता है और गंभीर निमोनिया, बुखार और यहां तक कि मृत्यु तक का कारण बन सकता है।
इससे पहले रांची के बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में भी बर्ड फ्लू का प्रकोप देखने को मिला था, जहां 5,500 से अधिक पक्षियों को मार दिया गया था।
बोकारो में अब तक क्या हुआ?
- पोल्ट्री फार्म में 250 से अधिक मुर्गियों की मौत।
- बचे हुए 46 पक्षियों को भी मार दिया गया।
- 506 अंडे और 1,717 किलोग्राम पोल्ट्री फीड को किया गया नष्ट।
- पूरे इलाके को सैनिटाइज किया गया।
- प्रभावित क्षेत्र को रेड ज़ोन घोषित कर निगरानी टीम की तैनाती।
बोकारो में बर्ड फ्लू का इतिहास!
यह पहली बार नहीं है जब बोकारो में बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है। 2011 और 2018 में भी झारखंड के कई हिस्सों में इस खतरनाक वायरस की वजह से पोल्ट्री उद्योग को भारी नुकसान हुआ था।
प्रशासन अलर्ट पर, लोगों को सतर्क रहने की सलाह!
बोकारो के पशुपालन अधिकारी डॉ. मनोज मणि ने बताया कि संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने मुर्गी पालकों से अपील की है कि यदि उनके पोल्ट्री फार्म में पक्षियों की अचानक मौत होती है, तो तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचित करें।
क्या इंसानों को भी है खतरा?
हालांकि अभी तक कोई मानव संक्रमण दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि H5N1 वायरस इंसानों में भी फैल सकता है। इसलिए पोल्ट्री उत्पादों से दूरी बनाए रखना और प्रशासन की गाइडलाइन्स का पालन करना बेहद जरूरी है।
क्या होगी अगली कार्रवाई?
- बर्ड फ्लू को फैलने से रोकने के लिए पोल्ट्री फार्म और आसपास के इलाकों को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा।
- प्रभावित क्षेत्र के बाहर पोल्ट्री उत्पादों की निगरानी की जाएगी।
- लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध घटना की रिपोर्ट करने की अपील की गई है।
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