Khunti Arrest: जंगल में बड़ी साजिश रच रहे थे PLFI के उग्रवादी, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार!

खूंटी पुलिस ने रोन्हे जंगल में छापेमारी कर PLFI के पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से हथियार, पर्चे और मोटरसाइकिलें बरामद हुईं। पढ़ें पूरी खबर!

Mar 9, 2025 - 16:42
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Khunti Arrest: जंगल में बड़ी साजिश रच रहे थे PLFI के उग्रवादी, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार!
Khunti Arrest: जंगल में बड़ी साजिश रच रहे थे PLFI के उग्रवादी, पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार!

खूंटी जिले के रोन्हे जंगल में एक बड़ा खुलासा हुआ, जहां पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के पांच उग्रवादी एक बड़ी आपराधिक साजिश रच रहे थे। पुलिस की मुस्तैदी से इस खतरनाक गिरोह को दबोच लिया गया और उनके नापाक इरादों पर पानी फेर दिया गया।

कैसे हुआ पर्दाफाश?

खूंटी जिले के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई के सदस्य रोन्हे जंगल में एक गुप्त बैठक करने वाले हैं। इस बैठक का मकसद संगठन का विस्तार करना, लेवी वसूलने की योजना बनाना और ठेकेदारों को डराने के लिए गोलीबारी करना था। जैसे ही पुलिस को इस गहरी साजिश की भनक लगी, एक विशेष ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर दी गई।

आरोपियों की गिरफ्तारी

एसडीपीओ क्रिस्टोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई, जिसने जंगल में दबिश दी और पांच उग्रवादियों को धर-दबोचा। पकड़े गए उग्रवादियों में इटकी थाना क्षेत्र के तरगढ़ी गांव का पवन कुमार उर्फ पवन महतो, करमा बारला, रामगढ़ निवासी सेंटू सिंह, पतरातू थाना क्षेत्र के हेहल बारकाकाना निवासी अभय कुमार सिंह उर्फ अमन सिंह और दीपक मुंडा शामिल हैं।

क्या-क्या बरामद हुआ?

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को इन अपराधियों के पास से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री मिली, जिसमें शामिल हैं:

  • एक कारबाइन (मैगजीन सहित)

  • एक जिंदा गोली

  • छह पीएलएफआई के पर्चे

  • चार मोटरसाइकिलें

  • पांच मोबाइल फोन

  • एक संदिग्ध बैग

ये सभी सामग्री उग्रवादियों की खतरनाक मंसूबों का खुलासा करती हैं। पुलिस की मानें तो ये लोग किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।

इनका आपराधिक इतिहास भी रहा है दागदार

गिरफ्तार उग्रवादियों में से तीन पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। पवन कुमार उर्फ पवन महतो, सेंटू सिंह और दीपक मुंडा पर पहले से ही कई संगीन मामले दर्ज हैं। इन अपराधियों ने पहले भी इलाके में दहशत फैलाने और अवैध उगाही में सक्रिय भूमिका निभाई थी।

कैसे हुई पूरी कार्रवाई?

खूंटी पुलिस की इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें एसडीपीओ क्रिस्टोफर केरकेट्टा के अलावा पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, रनिया थाना प्रभारी विकास जायसवाल, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, जरियागढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक दीपक कांत और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। टीम ने रोन्हे जंगल में सटीक रणनीति के तहत ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

खूंटी में उग्रवाद का अतीत

झारखंड में खूंटी जिला उग्रवाद से लंबे समय से प्रभावित रहा है। पीएलएफआई जैसे संगठनों ने इस क्षेत्र में अपनी पैठ बनाने की कोशिशें की हैं। लेवी वसूलने, ठेकेदारों को धमकाने और ग्रामीणों में डर का माहौल बनाने के लिए ये गिरोह आए दिन नई साजिशें रचते हैं। लेकिन, पुलिस की मुस्तैदी से अब इनकी कमर टूट रही है।

क्या आगे होगी कार्रवाई?

पुलिस अब इन उग्रवादियों के नेटवर्क को और खंगालने में जुट गई है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि इनके संपर्क में और कौन-कौन लोग हैं। पुलिस का कहना है कि इस ऑपरेशन से उग्रवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है और आगे भी ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे।

खूंटी पुलिस की इस सफल कार्रवाई ने न केवल एक बड़ी साजिश को विफल किया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि उग्रवाद को खत्म करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। इस गिरफ्तारी से इलाके में शांति बहाल होने की उम्मीद है, और उग्रवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अपनी कमर कस चुकी है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।