Adityapur Accident: सड़क पर हादसा, अज्ञात वाहन ने ली व्यक्ति की जान

सरायकेला खरसावां जिले के आदित्यपुर में इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7 में सड़क दुर्घटना में व्यक्ति की मौत, पुलिस कर रही है जांच।

Dec 18, 2024 - 14:46
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Adityapur Accident: सड़क पर हादसा, अज्ञात वाहन ने ली व्यक्ति की जान
Adityapur Accident: सड़क पर हादसा, अज्ञात वाहन ने ली व्यक्ति की जान

सरायकेला खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7 में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से 55 वर्षीय फुलचंद महतो की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने बुधवार सुबह शव को सड़क पर देखकर पुलिस को सूचित किया।

हादसे का मंजर

घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि सड़क किनारे खून के धब्बे और क्षतिग्रस्त सामान देख हादसे की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। फेज-7 क्षेत्र, जो आदित्यपुर के इंडस्ट्रियल जोन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, रात के समय भारी वाहनों की आवाजाही के कारण जोखिमभरा बना रहता है।

मृतक की पहचान और पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। मृतक की पहचान पूर्वी सिंहभूम जिले के कमलपुर थाना क्षेत्र के बांगुरदा निवासी फुलचंद महतो के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि शव को पंचनामा के लिए भेज दिया गया है और मामले की तह तक जाने के लिए आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

सड़क दुर्घटनाओं का इतिहास

झारखंड में सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, राज्य में हर साल औसतन 5,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें से 40% दुर्घटनाएं रात के समय होती हैं। इंडस्ट्रियल एरिया जैसे इलाकों में भारी ट्रकों और लापरवाह ड्राइविंग के कारण हादसों का ग्राफ और ऊंचा हो गया है।

स्थानीय लोगों की चिंताएं

स्थानीय निवासियों ने इस क्षेत्र में सड़क सुरक्षा उपायों की कमी पर सवाल उठाया। एक निवासी ने बताया:

"यहां न तो स्पीड ब्रेकर हैं और न ही ट्रैफिक लाइट। रात के समय गाड़ियों की रफ्तार इतनी तेज होती है कि हादसे होना तय है।"

पुलिस की अपील और सुझाव

आदित्यपुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे देर रात सड़क पर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध वाहन की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।

क्या करना चाहिए?

  • सड़क सुरक्षा: स्थानीय प्रशासन को इंडस्ट्रियल एरिया में स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक सिग्नल लगाने पर विचार करना चाहिए।
  • वाहन नियंत्रण: भारी वाहनों की आवाजाही के लिए समय-सीमा तय की जानी चाहिए।
  • सीसीटीवी कवरेज: पूरे क्षेत्र को सीसीटीवी निगरानी में लाने से अपराध और हादसों को रोकने में मदद मिलेगी।

भविष्य की तैयारी

यह हादसा एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करता है कि सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने की कितनी आवश्यकता है। प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर कदम उठाने होंगे ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

क्या आप सड़क सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं?

इस हादसे ने सड़क सुरक्षा की स्थिति पर कई सवाल खड़े किए हैं। आप अपनी राय और सुझाव हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।