Vivekanand Chowk Development: अतिक्रमण मुक्त की गई जमीन पर बनेंगी नगर निगम की 14 लाख की योजना से 18 नई दुकानें!
विवेकानंद चौक और बैंकमोड़ मॉल के पास नगर निगम द्वारा की जा रही बड़ी योजनाओं से व्यापारिक गतिविधियों में नया बदलाव आएगा। जानें इस परियोजना का असर।
झारखंड के मुख्य शहरों में से एक, जमशेदपुर में नगर निगम ने एक बड़ा कदम उठाया है, जो शहर के व्यापारिक क्षेत्र को नए रूप में ढालने वाला है। विवेकानंद चौक, पार्क मार्केट के पास 14 लाख 78 हजार रुपये की लागत से 18 दुकानों का निर्माण किया जाएगा। नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक, यह कदम क्षेत्र की व्यापारिक गतिविधियों को और सशक्त करेगा और साथ ही शहर को आधुनिक रूप देने में मदद करेगा। आइए, इस परियोजना से जुड़े हर पहलू को जानते हैं।
नए दुकानों का निर्माण और क्षेत्र का विकास
विवेकानंद चौक और पार्क मार्केट का इलाका पहले अतिक्रमण से घिरा हुआ था, लेकिन अब नगर निगम ने इस जमीन को अतिक्रमण मुक्त कर दिया है। नगर निगम ने इसके बाद 200 वर्गमीटर आकार की दुकानों के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की और काम शुरू करने का निर्देश दे दिया है। यह नई दुकानों का निर्माण क्षेत्र की सौंदर्य वृद्धि करेगा, साथ ही व्यापारियों के लिए रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।
नगर निगम द्वारा इस परियोजना की लागत 14 लाख 78 हजार रुपये तय की गई है। टेंडर प्रक्रिया चुनाव आचार संहिता से पहले निकाली गई थी और अब इस काम का संवेदन किया जा चुका है। जल्द ही यहां निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। इस योजना से न केवल इलाके का विकास होगा, बल्कि स्थानीय व्यापारियों को भी नए अवसर मिलेंगे।
द दुकानों के किराए का निर्धारण: बैंकमोड़ मॉल में बड़े बदलाव की ओर
नगर निगम के द डीएमसी मॉल की 70 दुकानों और पार्किंग के लिए जल्द ही ऑनलाइन बिडिंग प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इस प्रक्रिया के तहत, दुकानों का किराया तय किया जाएगा, जिससे नगर निगम को आय का नया स्रोत मिलेगा। नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने बताया कि किराए का निर्धारण एसडीओ द्वारा किया जाएगा और इसके बाद ही ऑनलाइन बिडिंग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
यह बदलाव बैंकमोड़ स्थित मॉल के व्यापारियों के लिए नई उम्मीदें लेकर आएगा। यह कदम शहर में एक नई दिशा का संकेत देता है, जिसमें पारदर्शिता और आधुनिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है। मॉल की दुकानों के किराए का निर्धारण न केवल नगर निगम के राजस्व को बढ़ाएगा, बल्कि व्यवसायियों के लिए भी एक मजबूत और स्थिर आधार तैयार करेगा।
ऐतिहासिक संदर्भ: शहरों में शहरीकरण और व्यापारिक वृद्धि की बढ़ती प्रवृत्तियाँ
भारत के कई शहरों में नगर निगम द्वारा ऐसे विकास कार्य पहले भी किए गए हैं, जिससे व्यापारिक गतिविधियों में सुधार और बुनियादी ढांचे में बदलाव हुआ है। शहरों में शहरीकरण के इस दौर में, सरकारों द्वारा इस तरह के कदम उठाने से व्यापार और रोजगार की स्थिति में सुधार आता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में भी नगर निगम के द्वारा ऐसे योजनाओं को लागू किया गया है, जिनसे व्यापारियों और ग्राहकों को समान रूप से लाभ हुआ है।
विवेकानंद चौक और बैंकमोड़ मॉल की तरह अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार की योजनाओं की उम्मीद की जा रही है, जो शहरों के विकास में मददगार साबित होंगी। इन परियोजनाओं से न केवल स्थानीय निवासियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि शहर की समग्र अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा।
आने वाले दिनों में बड़े बदलाव
विवेकानंद चौक के पास नगर निगम द्वारा बनाई जाने वाली नई दुकानों से व्यापारियों के लिए नए अवसर खुलेंगे और इलाके में एक नई पहचान बनेगी। इसके अलावा, द डीएमसी मॉल में होने वाली ऑनलाइन बिडिंग प्रक्रिया से किराए का निर्धारण पारदर्शी तरीके से किया जाएगा, जिससे नगर निगम को भी आय का नया स्रोत मिलेगा। ये कदम शहर के समग्र विकास के लिए अहम साबित होंगे।
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